PFI बैन: भड़के नेताओं ने की आरएसएस प्रतिबंध की मांग, कही ये बात
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की आतंकी फंडिंग व अन्य गतिविधियों के चलते भारत में 5 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. गृह मंत्रालय की ओर से इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है. यूएपीए एक्ट के तहत इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया गया है. इसके अलावा 8 और संगठनों को बैन किया गया है. इसको लेकर अब सियासत शुरू हो गई है. केरल में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में मुख्य सचेतक कोडिकुन्निल सुरेश और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने पीएफआई बैन को लेकर आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. इसके अलावा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी भड़के हुए हैं.
जानिए क्या कहा नेताओं ने…
केरल में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में मुख्य सचेतक कोडिकुन्निल सुरेश ने इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा ‘पीएफआई पर प्रतिबंध लगाना कोई उपाय नहीं है. हम आरएसएस पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग करते हैं. आरएसएस पूरे देश में हिंदू सांप्रदायिकता फैला रहा है. पीएफआई और आरएसएस एक समान हैं, इसलिए सरकार को दोनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए.’
Why only PFI? Ban RSS too, says Congress MP Kodikunnil Suresh
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— ANI Digital (@ani_digital) September 28, 2022
एआईएमएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ट्विटर हैंडल से सवाल करते हुए लिखा ‘पीएफआई पर बैन लगाया गया लेकिन खाजा अजमेरी बम धमाकों के दोषियों से जुड़े संगठन नहीं बैन हुए. ऐसा क्यों? सरकार ने दक्षिणपंथी बहुसंख्यक संगठनों पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया?’
How come PFI is banned but organisations associated with convicts of Khaja Ajmeri bomb blasts aren’t? Why has govt not banned right wing majoritarian organisations?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 28, 2022
ओवैसी ने इसको लेकर एक चैनल से कहा कि ‘मैंने हमेशा पीएफआई के ‘Radical approach’ का विरोध किया है, लेकिन बैन का समर्थन नहीं कर सकते.
"मैंने हमेशा PFI के 'Radical approach' का विरोध किया है, लेकिन बैन का समर्थन नहीं कर सकते" : @asadowaisi pic.twitter.com/sKjD1AA5Us
— News24 (@news24tvchannel) September 28, 2022
आरजेडी के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा ‘पीएफआई की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. जिसमें आरएसएस भी शामिल है. सबसे पहले आरएसएस को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है. आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है. सनद रहे, सबसे पहले आरएसएस पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था.’
PFI की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है। सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है।
आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है। सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 28, 2022
लालू यादव ने कहा कि ये लोग हनुमान जी की पाठ कर रहे हैं मस्जिदों के सामने, ये क्या बताता है, ये बताता है कि इनको बिल्कुल सांप्रदायिकता फैलाकर देश में दंगा फसाद करके शासन में बना रहना चाहते हैं. अब इनका दिन लद गया है.
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