Patiala: जन्मदिन का केक बना 10 साल की बच्ची का काल…

नाना ने लगाई पंजाब सीएम से न्याय की गुहार

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 Patiala: हर किसी के लिए उसका जन्मदिन बेहद खास होता है. वह उस दिन को खास बनाने के लिए कई तरह की तैयारी करता है और उसमें सबसे खास होता है सबका मुंह मीठा करा देने वाला केक. लेकिन यदि वह केक ही किसी के लिए जहर बन जाए तो क्या हो ? यह बात सुनने में काफी अजीब लग रही है लेकिन एक ऐसा ही मामला सामने आया है पंजाब के पटियाला से जहां 10 साल की मासूम के लिए उसके जन्मदिन का केक ही काल बन गया.

बताया जा रहा है कि, पंजाब के पटियाला की रहने वाली 10 साल की बच्ची मानवी ने अपने जन्म दिन पर ऑनलाइन एक बेकरी के केक ऑर्डर किया था. हंसी खुशी के बीच जन्म दिन पर मानवी ने परिवार वालों के साथ केक काटा और सबको खिलाकर खुद भी केक खाया . कुछ देर के बाद मानवी समेत परिवार के अन्य सदस्य इस केक को खाने के बाद बीमार पड़ गए. सभी को उल्टी की शिकायत होने लगी थी. लेकिन दूसरे दिन मानवी की तबीयत ज्यादा ही खराब हुई जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.

क्या है पूरा मामला ?

पुलिस को दी शिकायत में पटियाला के अमन नगर की रहने वाली काजल ने बताया कि, उसने 24 मार्च की शाम 6 बजे एक ऑनलाइन कंपनी से केक खरीदा था. 6:30 बजे केक घर पहुंचा और 7:15 बजे काटा गया. मानवी और परिवार के अन्य लोगों की हालत केक खाने के बाद खराब हो गई. सभी को उल्टी होनी शुरू हो गयी थी. उसकी छोटी बहन की तबीयत ज्यादा खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. अगली सुबह करीब 5.30 बजे अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

आरोपित बेकरी संचालक पर पुलिस ने किया मामला दर्ज

इस मामले में पुलिस ने दुकान ‘केक कान्हा’ के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने आरोपित दुकानदार पर धारा 304A (गैर इरादतन हत्या) और 273 का चार्ज लगाया है. पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन मेडिकल जांच के बाद ही बच्ची की मौत का असली कारण पता चलेगा. परिवार ने न्याय के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान से गुहार लगाई है. वहीं, मृतक लड़की की पहचान मानवी के तौर पर हुई है.

इसके साथ ही पुलिस ने परिजनों के बयान पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि, परिवार केक पर आरोप लगा रहा है, लेकिन सैंपल की जांच के बाद ही सच्चाई पता चलेगी. उनका कहना था कि, इस मामले में पुलिस स्वास्थ्य विभाग की मदद लेगी ताकि सच और झूठ का पता चल सके. स्वास्थ्य विभाग की टीम जल्द ही संबंधित दुकान पर जाकर सैंपल भरेगी.

मानवी के नाना ने लगाई न्याय की गुहार

मानवी के नाना हरबंस लाल ने बताया कि, मानवी की उम्र 10 साल थी. हाल ही में वह पांचवीं कक्षा में अच्छे अंक किए थे. वह अपनी कक्षा में वह मॉनिटर थी. इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कुछ नहीं किया. उनकी मांग है कि पंजाब सरकार इस मामले में सख्त कार्रवाई करें, ताकि किसी परिवार को ऐसी समस्या दोबारा न हो. उन्होंने प्रदेश के सीएम भगवत मान से न्याय की गुहार लगाई है. वहीं परिजनों ने बताया कि, मानवी अपनी मां और छोटी बहन के साथ अपने नाना के घर पर रह रही थी क्योंकि परिवार में कुछ परेशानियां थीं.

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दुकानदार ने सफाई में कही ये बात

दूसरी ओर इस पूरी घटना के जिम्मेदार माने जा रहे ‘केक कान्हा’ के मालिक ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि, ”उसने कोई ऑनलाइन केक नहीं भेजा है और न ही जोमैटो को कोई भेजा है. उनका कहना है कि कंपनी ने भेजे गए केक बिल पर उनका जीएसटी नंबर और दुकान का नाम नहीं हैं. उनका कहना है कि वे जांच में सहयोग कर रहे हैं और पुलिस ने उनका जीएसटी नंबर लिखकर ले लिया है.”

 

 

 

 

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