सपा पार्टी में अब दम घुटता है मेरा : पंखुड़ी पाठक
समाजवादी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने सोमवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। पंखुड़ी ने ट्वीट करके पार्टी छोड़ने का घोषणा की।
उसने कहा कि आठ साल पहले जिस युवा नेतृत्व और विचारधारा से प्रभावित होकर समाजवादी पार्टी ज्वाइन की थी, आज पार्टी में न तो वह विचारधारा दिखती है और न ही नेतृत्व। सपा में जिस प्रकार की राजनीति आजकल चल रही है उसमें मेरा दम घुटता है, इसलिए पार्टी छोड़ रही हूं।
भारी मन से सभी साथियों को सूचित करना चाहती हूँ कि @samajwadiparty के साथ अपना सफ़र मैं अंत कर रही हूँ।8 साल पहले विचारधारा व युवा नेतृत्व से प्रभावित हो कर मैं इस पार्टी से जुड़ी थी लेकिन आज ना वह विचारधारा दिखती है ना वह नेतृत्व। जिस तरह की राजनीति चल रही है उसमें अब दम घुटता है
— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) August 27, 2018
कभी लिंग तो कभी धर्म को लेकर पार्टी करती रहती है टिप्पणियां
पंखुड़ी ने आगे कहा कि कभी जाति कभी धर्म तो कभी लिंग को लेकर जिस तरह की अभद्र टिप्पणियाँ लगातार की जाती हैं और पार्टी नेतृत्व सब कुछ जान कर भी शांत रहता है, यह दिखता है कि नेतृत्व ने भी इस स्तर की राजनीति को स्वीकार कर लिया है।
कभी जाति कभी धर्म तो कभी लिंग को ले कर जिस तरह की अभद्र टिप्पणियाँ लगातार की जाती हैं और पार्टी नेतृत्व सब कुछ जान कर भी शांत रहता है यह दिखता है कि नेतृत्व ने भी इस स्तर की राजनीति को स्वीकार कर लिया है। ऐसे माहौल में अपने स्वाभिमान के साथ समझौता कर के बने रहना अब मुमकिन नहीं है
— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) August 27, 2018
मुझे लेकर अफवाहें फैलाई जा रही है
ऐसे माहौल में अपने स्वाभिमान के साथ समझौता कर के बने रहना मुमकिन नहीं है। पंखुड़ी ने अपने ट्वीट में लिखा ‘’मुझे पता है कि इसके बाद मेरे बारे में तरह तरह की अफ़वाहें फैलायी जाएँगी लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहती हूँ कि मैं किसी भी राजनैतिक दल से सम्पर्क में नहीं हूँ न ही किसी से जुड़ने का सोच रही हूँ। अन्य ज़िम्मेदारियों के चलते जो उच्च शिक्षा अधूरी रह थी अब उसे पूरा करने का प्रयास करूँगी।
Also Read : सपा ने जारी की मीडिया प्रवक्ताओं की सूची, नाराज पंखुड़ी ने पार्टी छोड़ी
अगर मैं अपने सिद्धांतों और स्वाभिमान की लड़ाई नहीं लड़ सकी तो समाज के ज़रूरतमन्दों की लड़ाई कैसे लड़ूँगी? यह मतभेद वैचारिक है, व्यक्तिगत नहीं। किसी व्यक्ति या दल से विश्वास उठ जाए तो परे हो जाना ही बेहतर है। राजनीति ही तो सब कुछ नहीं.. और भी तरीक़े हैं समाज सेवा करने के। आज सुबह ही मैंने पिछले 2.5 वर्षों से चलाये जा रहे #ISupportAkhilesh अभियान (जिसके माध्यम से हमने सैकड़ों पढ़े लिखे युवाओं को पार्टी से जोड़ा है) को औपचारिक रूप से समाप्त किया है।
मुझे बस दुःख उन युवाओं के लिए है जो मेरी तरह युवा नेतृत्व से प्रभावित हो कर पार्टी से जुड़े थे पर आज चाटूकारिता या जातिय राजनीति के शिकार हो गए हैं। दल कोई भी हो , ऐसी राजनीति का अब भविष्य नहीं है । युवा अब भागीदारी चाहते हैं। उनका आप शोषण नहीं कर सकते। सभी दलों को समझना होगा। https://t.co/9WElF0jKiw
— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) August 27, 2018
मुझे इस बात का एहसास काफ़ी समय पहले ही हो गया था कि अब सपा में मेहनत और निष्ठा की जगह नहीं बची। मुझे बस दुःख उन युवाओं के लिए है जो मेरी तरह युवा नेतृत्व से प्रभावित होकर पार्टी से जुड़े थे पर आज चाटुकारिता या जातीय राजनीति के शिकार हो गए हैं। दल कोई भी हो, ऐसी राजनीति का अब भविष्य नहीं है। युवा अब भागीदारी चाहता है। उनका आप शोषण नहीं कर सकते। सभी दलों को समझना होगा।’’
अगर मैं अपने सिद्धांतों और स्वाभिमान की लड़ाई नहीं लड़ सकी तो समाज के ज़रूरतमन्दों की लड़ाई कैसे लड़ूँगी ?
यह मतभेद वैचारिक है, व्यक्तिगत नहीं ।
किसी व्यक्ति या दल से विश्वास उठ जाए तो परे हो जाना ही बेहतर है ।
राजनीति ही तो सब कुछ नहीं.. और भी तरीक़े हैं समाज सेवा करने के ।— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) August 27, 2018
खिलाफ की जा रही अभद्र टिप्पणियों पर बोली पंखुड़ी
ट्वीट पर पार्टी छोड़े जाने के बाद की जा रही बयानबाजी और अभद्रता पर कहा-‘मेरे साथ की जा रही अभद्रता सपा की महिला विरोधी चरित्र का ही उदाहरण है। यह अभद्रता सपा में आम है। मैं सपा की पहली महिला प्रवक्ता थी फिर भी यहाँ के अराजक तत्व लगातार मुझ पर प्रहार करते रहे। जब ये लोग मेरे साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं तो सोचिए आम महिलाओं के प्रति इनकी सोच क्या होगी।’
सोमवार को सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने 24 नेताओं की सूची जारी की थी ये लोग इलेक्ट्रनिक और प्रिंट मीडिया में पार्टी का पक्ष रखने के लिए अधिकृत होंगे। इस सूची में पंखुड़ी का नाम नहीं होने से वह नाराज थी। इस के बाद पंखुड़ी ने ट्वीट करके पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)