बिहार में होने वाले पंचायत चुनावों को हरी झंडी मिल गई है। बिहार 11 चरणों में ग्राम पंचायत चुनाव होंगे। चुनाव के लिए अधिसूचना 24 अगस्त को जारी कर दी जाएगी।
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है। बिहार सरकार ने ग्राम पंचायत और ग्राम कचहरी के चुनाव की तिथि घोषित कर दी है। चुनाव 11 चरणों में होंगे, जिसकी अधिसूचना 24 अगस्त को जारी होगी। इसके साथ ही संबंधित क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
24 सितंबर को होगा पहले चरण का मतदान-
मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि 24 सितंबर को पहले चरण का मतदान होगा। इसी प्रकार 29 सितंबर को दूसरे चरण का जबकि आठ अक्टूबर को तीसरे, 20 अक्टूबर को चौथे चरण का मतदान होगा। इसके अलावा 24 अक्टूबर को पांचवें, तीन नवंबर को छठे, 15 नवंबर को सातवें तथा 24 नवंबर को आठवें चरण का मतदान होगा। इसी तरह 29 नवंबर को नौवें चरण, आठ दिसंबर को दसवें और 12 दिसंबर को 11 वें तथ अंतिम चरण के मतदान कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि बाढ़ क्षेत्रों में अंतिम चरणों में मतदान होंगे।
गौरतलब है कि छह पदों के लिए ग्राम पंचायत और ग्राम कचहरी के चुनाव होने हैं। इनमें मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, वार्ड सदस्य, सरपंच और पंच के पद शामिल हैं। मंत्रिमंडल की मंगलवार की हुई बैठक में कुल 17 प्रस्तावों की स्वीकृति दी गई।
6 पदों के लिए होंगे पंचायत चुनाव-
बिहार पंचायत चुनाव में करीब 10 लाख उम्मीदवार अलग-अलग पदों के लिए अपना किस्समत आजमाएंगे। गौरतलब है कि इस बार 6 पदों के लिए जिनमें मुखिया, पंच, सरपंच, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य और जिला पंचायत सदस्य केलिए चुनाव होंगे। निर्वाचन आयोग ने सभी 6 पदों के लिए 129 चुनाव चिन्ह भी घोषित कर दिया है। इसके अलावा निर्वाचन आयोग ने 14 चुनाव चिन्ह सुरक्षित भी रखे हैं ताकि उम्मीदवारों द्वारा चुनाव चिन्ह बदले जाने का आग्रह किए जाने के बाद बदला जा सके।
इतनी सीटों पर होंगे पंचायत चुनाव-
पंचायत चुनाव में इस बार कुल 2 लाख 59 हज़ार 260 पदों पर निर्वाचन होना है। इसमें मुखिया के 8,387 पद, सरपंच के 8,387 पद, वार्ड सदस्य के 1 लाख 14 हज़ार 667 पद, पंचायत समिति सदस्य के लिए 11 हज़ार 491 पद, जिला परिषद सदस्य के 1161 और पंच के 1 लाख 14 हज़ार 667 पदों के लिए चुनाव होना है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में वर्ष 2016 में गठित त्रि-स्तरीय पंचायती राज संस्थाएं और ग्राम कचहरियां जून महीने में भंग कर दी गई हैं। जून के पहले कोरोना के कारण चुनाव कराना संभाव नहीं था। जून के बाद पंचायत चुनाव तक पंचायत परामर्शी समिति काम कर रही है।
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