सीपीईसी से भी परे, हमारा आर्थिक सहयोग आगे बढ़ेगा : अब्बासी
पाकिस्तान के नव-नियुक्त प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) को कार्यान्वित करने और इससे जुड़ी सभी परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने का संकल्प लिया है।
अब्बासी ने गुरुवार को चीन के राजदूत सुन वेइडोंग से मुलाकात के बाद कहा, “सीपीईसी से भी परे, हमारा आर्थिक सहयोग आगे बढ़ेगा।”
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समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, राजदूत ने कहा कि पिछले चार सालों के दौरान चीन और पाकिस्तान के बीच का संबंध नई ऊंचाईयों पर पहुंचा है। उन्होंने भरोसा जताया कि अब्बासी के नेतृत्व में यह रिश्ता आगे और ज्यादा मजूबत होगा।
जिनपिंग की ओर से बधाई संदेश
बैठक के दौरान राजदूत सुन ने अब्बासी को प्रधानमंत्री बनने पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से बधाई संदेश भी दिया।उन्होंने कहा कि चीनी नेतृत्व पाकिस्तान की समृद्धि और विकास के लिए सरकार को सहयोग देना जारी रखेगा।
असेंबली में जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए थे
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता अब्बासी मंगलवार को नेशनल असेंबली में जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए थे। पनामा पेपर मामले में फंसे नवाज शरीफ ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोग्य ठहराए जाने पर प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
व्यावसायिक लाभ ही नहीं होगा, बल्कि…
पाकिस्तान में चीन की रुचि केवल आर्थिक लाभ तक ही सीमित नहीं है। पूर्ण रूप से संचालित ग्वादर बंदरगाह से चीन को केवल व्यावसायिक लाभ ही नहीं होगा, बल्कि इससे इसे बड़े पैमाने पर सामरिक और भूराजनीतिक लाभ भी होगा। हालांकि, वर्तमान में ग्वादर को केवल व्यावसायिक हितों के लिए विकसित किया जा रहा है, लेकिन इस बात की पूरी संभावना है कि भविष्य में इसे एक पूर्ण सुसज्जित नौसैनिक अड्डे के तौर पर विकसित किया जाये। ऐसी स्थिति में चीन को इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रणनीतिक लाभ मिल सकता है।
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