पाकिस्तान में भारतीय नौसैनिक को सुनाई गई फांसी की सजा
पाकिस्तानी सेना द्वारा गिरफ्तार किए कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी सेना की कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। बता दें कि उनपर पाक सेना ने जासूसी का आरोप लगाया था। लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा है कि पाकिस्तान में कैद औऱ भारतीय जासूस होने के आरोपी कुलभूषण जाधव के खिलाफ उनकी सरकार के पास पर्याप्त सबूत नहीं हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सेना ने मार्च के आखिर में जाधव के कथित कुबूलनामे का वीडियो भी जारी किया था। इसमें उसने माना था कि वह बलूचिस्तान में आतंकी गतिविधियों में शामिल था। भारत सरकार ने कहा था कि वह एक व्यापारी थे, जिन्होंने नौसेना से रिटायरमेंट लेने के बाद अपना बिजनेस करना शुरू किया था।
बताया जा रहा है कि उन्हें ईरान से उस वक्त गिरफ्तार किया गया था, जब वह बिजनेस के सिलसिले में आपना काम करते थे। उधर, पाकिस्तान का दावा है कि कुलभूषण को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया था। उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए वकील तक मुहैया नहीं कराया गयापाकिस्तानी सेना ने कहा था, कुलभूषण जाधव ने कुबूल किया कि वह रॉ के लिए बलूचिस्तान में काम कर रहा था।
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जाधव, भारतीय नौसेना का सविर्ग अफसर है। उसे सीधे रॉ चीफ हैंडल करते हैं। वो एनएसए के भी टच में है। आपके जासूस ने वो कोड भी बताया है, जिससे वह रॉ से कॉन्टैक्ट करता था। जाधव अब भी भारतीय नौसेना का अफसर है। वह 2022 में रिटायर होने वाला है।सूत्रों के मुताबिक जाधव की गिरफ्तारी पाक तब सामने लाया जब पठानकोट हमले की जांच आगे बढ़ रही थी और यह साफ हो गया था कि इसकी पूरी साजिश पाकिस्तान में रची गई थी। एक तरह से यह पठानकोट पर भारत के बढ़ रहे दबाब का जबाव देने के लिए खोजा गया काट था।