चुनाव चिन्ह के लिए एक होंगे पलनीस्वामी और पन्नीरसेल्वम गुट

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तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) द्वारा पार्टी उप महासचिव पद से टी. टी. वी. दिनाकरन को हटाए जाने के साथ ही पार्टी के दोनों धड़ों के विलय के आसार बढ़ गए हैं। चेन्नई में एआईएडीएमके के मुख्यालय में मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी की अध्यक्षता में एक घंटे चली बैठक के बाद दिनाकरन को हटाए जाने के फैसले की घोषणा की गई।

बैठक में 30 मंत्रियों के अलावा कुछ अन्य पार्टी सदस्यों ने भी हिस्सा लिया

दिनाकरन को हटाए जाने पर हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाले गुट की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। दिनाकरन ने जरूर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भ्रष्टाचार के मामले में इस समय जेल में बंद पार्टी महासचिव वी. के. शशिकला द्वारा उप महासचिव नियुक्त किए गए दिनाकरन और उनके समर्थकों ने इस फैसले को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।

दिनाकरन को पद से हटाया

एआईएडीएमके की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें दिनाकरन की उप महासचिव पद पर नियुक्ति को ‘अनुपयुक्त, अस्वीकार्य एवं अवैध’ करार दिया गया है। एआईएडीएमके की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया है कि खुद शशिकला की नियुक्ति निर्वाचन आयोग की जांच के घेरे में है। पन्नीरसेल्वम गुट ने आयोग में शशिकला के नेतृत्व को चुनौती दी थी।

चुनाव चिन्ह के लिए होंगे एक

गौरतलब है कि विघटन के बाद निर्वाचन आयोग ने पार्टी के ‘दो पत्तियों’ वाले लोकप्रिय चुनाव चिह्न को जब्त कर लिया। फिर से यह चुनाव चिह्न हासिल करने के लिए दोनों धड़ों का एक होना जरूरी है। चुनाव चिह्न के अलावा पार्टी नेताओं ने यह भी स्वीकार किया है कि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में उन्हें विपक्षी डीएमके की कड़ी चुनौती झेलनी होगी।

दिनाकर क कई फैसले अमान्य

एआईएडीएमके ने बैठक में दिनाकरन द्वारा की गई नियुक्तियों और लिए गए फैसलों को भी अमान्य करार दिया। इससे पहले निर्वाचन आयोग ने भी दिनाकरन द्वारा पार्टी उप महासचिव के तौर पर भेजी गई चिट्ठी को खारिज कर दिया था।

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दिल्ली जाएंगे पन्नीरसेल्वम

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पलनीस्वामी और पन्नीरसेल्वम गुरुवार को ही दिल्ली पहुंचेंगे, जहां वे उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे। राष्ट्रीय राजधानी में दोनों नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। सूत्रों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों धड़ों को एक करने और इसे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल करने में लगी हुई है।

अगर एआईएडीएमके के दोनों धड़े एक होते हैं तो पलनीस्वामी मुख्यमंत्री बने रहेंगे, जबकि पन्नीरसेल्वम को शशिकला की जगह पार्टी महासचिव बनाया जा सकता है। पन्नीरसेल्वम गुट दोनों धड़ों के विलय के लिए शशिकला और उनके नजदीकियों को पार्टी से हटाने की मांग उठाता रहा है।

इस बीच, दिनाकरन और उनके सहयोगियों को पार्टी मुख्यालय पर नियंत्रण लेने से रोकने के लिए मुख्यालय के चारों ओर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। एआईएडीएमके की बैठक में शामिल रहे दिनाकरन के करीबी पार्टी विधायक वेट्रिवेल ने दिनाकरन को उप महासचिव पद से हटाए जाने के फैसले को चुनौती दी है। उन्होंने कहा है, “शशिकला और दिनाकरन को पार्टी से नहीं निकाला जा सकता। दोनों नेताओं को उनके पदों से कोई भी नहीं हटा सकता।”

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