Forest department के खिलाफ खबर लिखने वाले पत्रकार के साथ अधिकारियों ने की बदसलूकी
बंधक बनाकर की मारपीट
Forest department : लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया की आवाज को दबाने का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, आरोप है कि मध्यप्रदेश के सतना में वन विभाग के अधिकारियों द्वारा एक पत्रकार को बंधक बनाकर मारपीट की गयी. इस कड़ी में बीते गुरूवार को पत्रकारों ने डीआईजी से मुलाकात कर के मामले पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. डीआईजी ने इस मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. इसके बाद आक्रोशित पत्रकारों का गुस्सा शांत हुआ है.
जानें क्या है पूरा मामला ?
28 नवंबर की रात 10.30 बजे सतना जिले में पत्रकार पंकज मिश्रा की एक खबर को लेकर वन मंडल सतना के बरौधा रेंजर बृजेन्द्र पाण्डेय, मझगवां रेंजर पंकज दुबे, एसडीओ चित्रकूट अभिषेक तिवारी और सतना रेंजर अरूण शुक्ला ने उनको बलपूर्वक अगवाकर लिया. इसके बाद बंधक पत्रकार को वन विभाग के रेस्ट हाउस में लाया गया. यहां, डीएफओ विपिन पटेल ने पंकज द्वारा वन विभाग को लेकर लिखी गयी खबर को लेकर चर्चा की, जिसके बाद पत्रकार को जबरन शराब पिलाई गयी, पत्रकार की शिकायत के अनुसार, उसके साथ मारपीट भी की गयी. जख्मी और नशे में धुत पत्रकार से एक कागज पर जबरन हस्ताक्षर करवाने के साथ इसकी फोटो और तस्वीर भी बनाई गयी.
👉🏾 किस जुर्म में गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ पत्रकार पंकज मिश्रा, आखिर क्यों उन्हें मारा पीटा गया?? यह कैसा कानून??
👉🏾 क्या भ्रष्टाचार की खबर लिखना व चलाना ही पत्रकार को गिरफ्तार करने के लिए काफी है? फर्जी गिरफ्तारी करने वालों पर होनी चाहिए कार्यवाही..
👉🏾 दारू के नशे… pic.twitter.com/Lhkn0hQzaL
— Abhimanyu Singh Journalist (@Abhimanyu1305) November 30, 2023
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पुलिस के पास दर्ज की शिकायत
दैनिक सतना स्टार के वरिष्ठ पत्रकार पंकज मिश्रा ने घटना के अगले दिन यानी 29 नवंबर को डीएफओ विपिन पटेल द्वारा अगवा कर बंधक बनाने और मारपीट की शिकायत एसपी सतना और टीआई सिविल लाईन में दर्ज कराई थी. लेकिन 24 घंटे बीतने के बाद भी FIR दर्ज नहीं हुई है. इस घटना से स्थानीय पत्रकार नाराज़ हैं। हर एक ने DIG से कार्रवाई की मांग की है.