उत्तर भारत में सर्दी का सितम, भगवान ने भी ओढ़ी रजाई
पूरे उत्तर भारत में हाड़कपाऊ ठंड और शीतलहर ने आम जनजीवन को बेहाल कर दिया है। इस ठंड का असर भगवान पर भी पड़ रहा है। वाराणसी के मंदिरों में भगवान को ठंडी से बचने के लिए रजाई और कम्बल से ढक कर इस कड़कड़ाती ठंड से बचाया जा रहा है।
गणेश मंदिर में भगवान को ठंड से बचाने की कोशिश-
वाराणसी के बड़ा गणेश मंदिर में भगवान गणेश को ठंढ न लगे इस लिहाज से उनके शरीर को रजाई से ढक दिया गया है। वहीं भगवान शंकर को भी ठंड से बचाने के लिए शाल का सहारा लिया जा रहा है। भगवान गणेश की सवारी मूषक महाराज को भी इस ठिठुरन वाली ठंड से बचाने के लिए शाल पहनाई गयी है। मंदिर में प्रतिदिन आने वाले भक्त अमित कहते हैं कि जिस तरह से एआम जनजीवन ठंड से प्रभावित है। सर्दी से बचने के लिए तमाम कोशिशें की जा रही हैं, वैसे ही भगवान को भी ठंड से राहत देने की कोशिश की जा रही है।
ठंड से जनजीवन प्रभावित-
पूरे उत्तर भारत मे कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इससे आम जनजीवन प्रभावित है। पहाड़ी इलाकों में होने वाली बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। बर्फीली हवाओं ने लोगों कक बेदम कर दिया है।लोग घरों मेनन्हि रहने पर मजबूर हैं। ठंड को देखते हुए कक्षा 12 तक के स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। साथ ही चौराहों पर अलाव जलाने के साथ ही शेल्टर होम में व्यवस्था दुरुस्त करने का आदेश दिया गया है।
यह भी पढ़ें: शीतलहर की चपेट में उत्तर प्रदेश, दो दिनों तक सभी स्कूल बंद