नहीं कोई चारा, अब वरुण करेंगे मेनका गांधी का चुनाव प्रचार
यूपी: भाजपा नेता वरुण गांधी( Varun Gandhi) इस बार लोकसभा ( Loksabha Chunav ) का चुनाव नहीं लड़ेंगें. आज वरुण गांधी के निजी सचिव ने यह जानकारी दी. बताया कि वरुण इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगें और वह अपनी मां मेनका गांधी ( MENKA GANDHI ) के लिए सुल्तानपुर ( SULTANPUR ) में चुनाव प्रचार करेंगे. बीजेपी ने इस बार वरुण गांधी को टिकट नहीं दिया है. उनके स्थान पर योगी सरकार में कबीना मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. दूसरी ओर पार्टी ने मेनका गांधी को फिर से सुल्तानपुर से उम्मीदवार बनाया है.
वरुण ने खरीदा था पर्चा…
बता दें कि पार्टी से टिकट कटने की चर्चाओं के बीच पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने बगावती शुर दिखते हुए नामांकन के लिए पर्चा खरीद लिया था. इसके बाद यह चर्चा थी कि वह पार्टी से बगावत कर पीलीभीत से चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन इसी बीच उनकी टीम ने एक बयान जारी कर इस पर विराम लगा दिया है.
वरुण भाजपा के सच्चे सिपाही- भूपेंद्र
वरुण गांधी के टिकट कटने पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि इस बार पार्टी ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के अवसर दिया है लेकिन वह भाजपा के साथ है. पार्टी ने उनके लिए कुछ बेहतर सोच रखा होगा. वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन के बयान पर भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि वरुण बीजेपी के सच्चे सिपाही हैं और वह कहीं नहीं जाएंगे.
पार्टी से तीन बार सांसद रहे गांधी.
गौरतलब है कि 2004 में केंद्र में मनमोहन सरकार बनने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे और तब से लेकर अब तक वह भाजपा में हैं. पहली बार भाजपा ने उन्हें 2009 में पीलीभीत से टिकट दिया जिसपर वह चुनाव जीत गए. इसके बाद 2014 में पार्टी ने उनका टिकट बदल दिया और उनके स्थान पर उनकी मां मेनका गांधी को मौका दिया. इस बार भी वह दोनों लोग जीतकर संसद पहुंचे. वहीं 2019 में फिर उन्हें वापस पीलीभीत से टिकट दिया और उन्होंने चुनाव जीता. ऐसे में लगातार तीन बार चुनाव जीते.
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वरुण की विचारधारा अलग- राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनकी विचारधारा अलग है. लेकिन अगर वह कांग्रेस में शामिल होते हैं तो उनका स्वागत है. राहुल ने कहा कि “मैं उनसे मिल जरूर सकता हूं, उन्हें गले लगा सकता हूं, लेकिन उनकी विचारधारा को स्वीकार नहीं कर सकता”.