स्वास्थ्य के पैमाने पर यूपी का हाल सबसे बुरा
आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के मामले में पहले से ज्यादा फिसड्डी साबित हुआ। नीति अयोग की 21 बड़े राज्यों की हेल्थ रैंकिंग में उत्तर प्रदेश को 21वां स्थान मिला है।
पिछली बार भी यूपी इस रैंकिंग में सबसे अंतिम पायदान पर था। बड़े राज्यों की सूची में पिछले बार की तरह इस बार भी इस रैंकिंग में केरल पहले स्थान पर है। रैंकिंग में आंध्र प्रदेश दूसरे और महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है।
छोटे आठ राज्यों की सूची में मिजोरम पहले स्थान पर है। मणिपुर दूसरे और मेघालय तीसरे स्थान पर है। केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़ पहले स्थान पर है जबकि दिल्ली पांचवे स्थान पर है।
इस आधार पर की गई रैंकिंग-
राज्यों को 23 संकेतकों के आधार पर रैंकिंग दी गई है। इन संकेतकों को नवजात स्वास्थ्य परिणाम (मृत्यु दर, प्रजनन दर, जन्म के समय लिंगानुपात आदि), संचालन व्यवस्था (अधिकारियों की नियुक्ति, अवधि आदि) और प्रमुख इनपुट (नर्सों और डॉक्टरों के खाली पड़े पद, जन्म पंजीकरण स्तर आदि) में बांटा गया है। यदि किसी राज्य में इन सब मानकों पर स्थिति खराब है तो उसका स्कोर कम होगा।
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