NASA जारी करेगा चंद्रयान-2 के ‘विक्रम’ लैंडर की तस्वीरें
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) उस जगह की तस्वीरों को शेयर करेगी, जहां चंद्रयान-2 के ‘विक्रम’ लैंडर ने एक हार्ड-लैंडिंग की थी। नासा लैंडिंग से पहले और बाद की तस्वीर को शेयर करेगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अब तक विक्रम के लैंडिंग स्थल की कोई भी तस्वीर जारी नहीं की है।
नासा का ऑर्बिटर कर रहा परिक्रमा-
चंद्रयान-2 के अपने ऑर्बिटर के अलावा, नासा का लूनर रिकॉनेनेस ऑर्बिटर भी चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा है।
नासा की परिक्रमा 17 सितंबर को इस क्षेत्र से गुजरने वाली है। साइट की तस्वीरें इसरो को इसके विश्लेषण में मदद कर सकती हैं।
लैंडर विक्रम से टूटा संपर्क-
चंद्रमा पर सॉफ्ट-लैंडिंग कर भारत का दुनिया का चौथा देश बनने वाला था, लेकिन इस उम्मीद को 7 सितंबर की सुबह इसरो का लैंडर विक्रम से संपर्क टूटने से झटका लगा था।
इसरो का जब लैंडर विक्रम से संपर्क टूटा था तब वो चांद की सतह से सिर्फ 2.1 किमी की दूरी पर था।
95 फीसदी सफल रहा चंद्रयान-2-
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने कहा था कि लैंडर से संपर्क टूटने के बावजूद चंद्रयान-2 के 95 प्रतिशत लक्ष्य हासिल हुए हैं।
इसरो अध्यक्ष के सिवन ने कहा है कि चंद्रयान-2 मिशन, 95 फीसदी सफल रहा है। उन्होंने कहा कि लैंडिंग के आखिरी चरण में लैंडर से हमारा संपर्क टूट गया और संचार नहीं हो पाया।
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