रक्षाबंधन: सुषमा ने नायडू को बांधी राखी, मोदी ने बच्चों के साथ मनाया त्योहार

0

रक्षाबंधन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहन कमर मोहसिन शेख ने उन्हें राखी बांधी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को राखी बांधने के लिए पहुंचीं। वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बच्चियों से राखी बंधवाई। नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि इस त्योहार से सामाजिक सद्भाव को भी बढ़ावा मिलता है। इतिहास में इसके कई उदाहरण हैं। दूसरी ओर, केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जोधपुर की बहनें भास्कर की पहल से जुड़ीं। भाइयों को राखी बांधकर गिफ्ट के तौर पर चेक लिए और इन्हें केरल भेज दिया।

बहन प्रेमा देवी ने 19 साल तक किया संघर्ष 

परिवार-पुलिस ने हार मानी, बहन को यकीन था भाई जिंदा है : पटना के रवीश कुमार 1999 में रक्षाबंधन से 10 दिन पहले लापता हो गए थे। उन्हें खोजने के लिए बहन प्रेमा देवी ने 19 साल तक संघर्ष किया। पूरे परिवार ने रवीश को मृत मान लिया था, पुलिस भी खोजबीन कर हार चुकी थी। लेकिन प्रेमा देवी को यकीन था कि भाई जिंदा है। वह शहर में और बाहर जाने वाले लोगों को लगातार भाई का पता लगाने के लिए कहतीं।

Also read: Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने देशवासियों को रक्षाबन्धन की दी शुभकामनाएं

पिता 3 बार सूरत गए, पर रवीश का सुराग नहीं मिला : प्रेमा देवी को 2001 में खबर मिली थी कि रवीश सूरत में है। उनकी जिद पर पिता उमेश कुमार 2012 तक तीन बार सूरत गए और तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बेटे को तलाश करते-करते उमेश का भी निधन हो गया। संयोग से पिछले दिनों फिर रवीश के सूरत में होने का पता चला। परिवार के दो सदस्यों ने सूरत पहुंचकर रवीश को पहचाना और घर ले आए। रवीश और प्रेमा देवी को मिलाने में पटना के रोहित ने अहम भूमिका निभाई। वह रवीश के साथ फैक्ट्री में काम करता था।

राखी देखकर बहन की आती थी याद 

दूसरों के हाथ में राखी देखकर बहन की याद आती थी: प्रेमा देवी ने सालों बाद जब भाई की आवाज सुनी तो रुंधे गले से उसे डांटते हुए कहा- मैं तुझे इतना याद करती थी तुझे कभी अहसास नहीं हुआ? रवीश ने जवाब दिया- मैं भी रक्षाबंधन पर लोगों के हाथों में राखियां देखकर तुझे याद करता था।

(साभार- दैनिक भास्कर)

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More