इस्लाम विरोधी है मदरसों में पीएम मोदी की फोटो लगाना : देवबंदी उलेमा
देवबंद उलेमाओं ने मदरसों में पीएम मोदी की तस्वीर लगाने को इस्लाम विरोधी करार दिया है। उलेमाओं ने ऐसा बयान उत्तराखंड की त्रिवेंद्र रावत सरकार के आदेश के बाद दिया है। उत्तराखंड सरकार ने कुछ दिनों पहले सहायता प्राप्त मदरसों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो लगाने के आदेश जारी किए थे। इसी आदेश पर देवबंदी उलेमाओ ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है।
जीवित व्यक्ति की तस्वीर लगाना मना है
उत्तराखंड सरकार के इस आदेश पर उलेमा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस्लाम धर्म जीवित व्यक्ति की तस्वीर लगाने की इजाजत नहीं देता। उन्होंने कहा कि मदरसे में धार्मिक कारणों से प्रधानमंत्री का फोटो नहीं लगाया जा सकता। इसी मामले पर मदरसा जामिया हुसैनिया के आलिम मुफ्ती तारिक कासमी ने कहा कि इस्लाम में जीवित व्यक्ति का तस्वीर लगाना मना है। यह धार्मिक आस्था से जुड़ा मामला है। नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। उन्हें चाहिए कि विकास की बात करें और उत्तराखंड सरकार को आदेश दें कि वह अपना आदेश तुरंत वापस लें।
Also Read : गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रशासनिक भवन में लगी आग
मुस्लिम संगठन सरकार के आदेश का कर रहे विरोध
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद रावत ने बीते दिनों प्रदेश के सभी अनुदान प्राप्त मदरसों में नरेंद्र मोदी का फोटो लगाने के आदेश दिए थे। इसके बाद से उत्तराखंड समेत देश में मुस्लिम संगठन सरकार के इस आदेश का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म के अंदर तस्वीर का मामला ही नाजायज है। मोदी जी तो हिंदुस्तान के प्राइम मिनिस्टर हैं उनको चाहिए कि विकास की बातें करें। लोगों को जोड़ने की बातें करें। उनहोंने यह भी कहा कि उनके जो कार्यकर्ता हैं चाहे मुख्यमंत्री हो या सामाजिक तौर पर कार्य करने वाले लोग हैं उनको चाहिए कि वह इस तरह के आदेश न जारी करें।
अपने धर्म गुरूओं की टांगेंगे फोटो
आलिम मुफ्ती तारिक कासमी ने कहा कि हम अपने धर्म गुरूओं की फोटो टांगेंगे। उन्होंने हमारे कौम के साथ-साथ पूरे हिंदुस्तान के लिए कुर्बानियां दी हैं। उन्होंने जो ये आदेश जारी किये है उसको वापस लेना चाहिए।
(साभार- इनाडु इंडिया)