PM मोदी ने कैबिनेट बैठक में की तारीफ और चंद घंटे बाद मुख्तार अब्बास नकवी ने दिया इस्तीफा
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने देश और लोगों की सेवा में मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह के योगदान की सराहना की. पीएम मोदी की तारीफों के बाद ही दोनों मंत्रियों के इस्तीफ़ा देने की अटकलें लगाई जाने लगी थीं. इसके बाद बुधवार को मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. दोनों का राज्यसभा कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो रहा है. इससे पहले मुख्तार अब्बास नकवी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी.
बता दें मुख्तार अब्बास नकवी केंद्र सरकार में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री थे और राज्यसभा में भाजपा के उपनेता भी थे. हाल ही में हुए राज्यसभा द्विवार्षिक चुनाव में भाजपा ने उन्हें कहीं से उम्मीदवार नहीं बनाया था. तब से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्हें एनडीए का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार या फिर किसी बड़े राज्य का राज्यपाल बना सकती है.
मुख्तार अब्बास नकवी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में वे भारत सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के कैबिनेट मंत्री हैं. प्रयागराज में जन्मे नकवी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से शिक्षा हासिल की है. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के समय देश में आपातकाल घोषित होने पर उन्हें जेल में रहना पड़ा था. नकवी कभी इंदिरा गांधी को चुनाव में हराने वाले समाजवादी नेता राजनारायण के करीबी थे और उनके प्रभाव में सोशलिस्ट हुआ करते थे. बाद में वे बीजेपी में शामिल हो गए.
मुख्तार अब्बास नकवी ने साल 1998 में रामपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत गए, ये पहली बार हुआ था कि कोई मुस्लिम चेहरा भाजपा के प्रत्याशी के रूप में चुनकर पहली बार संसद पहुंचा था. वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री भी रहे. वह स्याह और दंगा नामक दो किताबें भी लिख चुके हैं.