पीलीभीत की राजनीति से मां-बेटे बाहर, जितिन प्रसाद की एंट्री

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उत्तर प्रदेश में जहां भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक रही है, वहीं पीलीभीत लोकसभा में पिछले तीन दशक से भी ज्यादा सक्रिय रहने के बाद अब मां- बेटे लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी रण से बाहर हैं. जबकि पीलीभीत की राजनीति में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद की एंट्री हो चुकी है.

बता दें कि पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट कटने के बाद पार्टी के सभी नेताओं ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है. ऐसे में इस प्रतिष्ठापूर्ण सीट पर पार्टी अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए जोरदार तैयारी भी कर रही है. जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पीलीभीत में जनसभा को सम्बोधित करेंगे.

पहले चरण में होगा पीलीभीत में मतदान

बता दें कि पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा और इस सीट पर 19 अप्रैल को ही मतदान किये जाएंगे. मेनका और वरुण गांधी वर्ष 1996 के बाद से पीलीभीत की सीट पर बीजेपी का झंडा लहराते आए हैं. लेकिन इस बार मौजूद सांसद वरुण गांधी का पार्टी ने टिकट काट दिया है. पार्टी ने उनके स्थान पर योगी सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद को मौका दिया है.

यूपी सरकार से एकमात्र कैबिनेट मंत्री चुनाव मैदान में

बता दें कि वर्ष 2004 और 2009 में क्रमशः शाहजहांपुर और धौरहरा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर जितिन प्रसाद ने लोकसभा का चुनाव जीता था. लेकिन 2021 में भाजपा में शामिल होने के बाद वह लोकसभा चुनाव में नहीं उतरे हैं. इस बार वह चुनावी मैदान में दिखे हैं. इतना ही नहीं चुनावी मैदान में उतरने वाले वह उत्तर प्रदेश के एकमात्र कैबिनेट मंत्री हैं.

दो बार निर्दलीय चुनाव जीत चुकी हैं मेनका गांधी

मेनका गांधी ने पहली बार वर्ष 1989 में जनता दल के टिकट पर पीलीभीत सीट से चुनाव जीता था. मगर 1991 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वहीं सन 1998 और 1999 में दो बार हुए चुनाव में मेनका गांधी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पीलीभीत से चुनाव जीती थी.

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टिकट कटने के बाद से मैदान में नहीं दिखे वरुण गांधी

पार्टी के टिकट काटे जाने के बाद से बीजेपी सांसद वरुण गांधी चुनावी मैदान पर नहीं दिखे हैं. इतना ही नहीं वह प्रदेश में किसी भी तरह की सक्रिय राजनीति में भी नजर नहीं आए हैं. वह चाहे प्रधानमंत्री मोदी की रैली हो या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की. खास बात क्या है कि करीब एक दशक में किसी प्रधानमंत्री की इस निर्वाचन क्षेत्र में पहली रैली होगी. वहीं 2014 के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीलीभीत में लोकसभा चुनाव रैली सम्बोधित किया था.

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