…ताकि सबसे अच्छा रेडर बन सकूं : मोनू गोयत

0

वीवो प्रो-कबड्डी लीग के सीजन-5 में पटना पाइरेट्स के लिए अहम रेडर के रूप में उभर रहे मोनू गोयत का लक्ष्य आगामी एशियाई खेलों में राष्ट्रीय कबड्डी टीम में शामिल होकर देश का प्रतिनिधित्व करना है।

…ताकि सबसे अच्छा रेडर बन सकूं

भारतीय सेना में शामिल मोनू ने मीडिया के साथ साक्षात्कार में कहा कि उनकी कोशिश हर मैच में अधिक रेड अंक लेने की भी होती है, ताकि वह सबसे अच्छे रेडर बन सकें।बकौल मोनू, “मैं हर मैच में अधिक से अधिक रेड अंक लेने के लक्ष्य से उतरता हूं, ताकि सबसे अच्छा रेडर बन सकूं। इसके साथ ही मेरा लक्ष्य अपना अच्छा प्रदर्शन देकर एशियाई खेलों के लिए राष्ट्रीय कबड्डी टीम में शामिल होकर देश का प्रतिनिधित्व करने का है।”

read more : केजरीवाल ने मतदाताओं का कहा ‘शुक्रिया’

डिफेंस भी कमजोर होने के कारण मैच ड्रॉ हो गया

बंगाल वॉरियर्स के खिलाफ ड्रॉ मुकाबले में हुई गलतियों के बारे में मोनू ने कहा, “हमने पहले हाफ में अच्छी लीड हासिल कर ली थी। रेडिंग मे भी हम अंक ले रहे थे और डिफेंस भी हमारा सही हो गया था लेकिन दूसरे हाफ में हमारी रेडिंग धीमी पड़ गई और अंत में हमारा डिफेंस भी कमजोर हो गया और इस कारण मैच ड्रॉ हो गया।”

पटना के लिए 99 रेड में 49 रेड अंक हासिल किए

इस सीजन में मोनू ने पटना के लिए 99 रेड में 49 रेड अंक हासिल किए हैं। इसके अलावा उन्होंने तीन टैकल अंक भी लिए हैं।बकौल मोनू, “हम यह सोच के नहीं चलते ही यह टीम सबसे अच्छी है और यह हमें हरा सकती है। हम दो बार के चैम्पियन हैं और किसी से कम नहीं है। हर मैच में हम अपनी रणनीति के साथ उतरते हैं। हमारे पास भी अच्छे खिलाड़ी हैं।”

read more :  हिरासत में लिए गए ‘हार्दिक पटेल’

आउट हुए रेडर को मैट पर वापस लेकर आने की होती है जिम्मेदारी

मोनू ने कहा कि उनकी टीम का चयन प्रतिद्वंद्वी टीम को देख के किया जाता है। सामने वाली टीम के खिलाड़ी कैसे हैं, इस आधार पर किए गए चयन के बाद उनकी टीम मैट पर उतरती है। इसमें अगर एक रेडर आउट हो जाता है, तो ऐसे में दूसरे रेडर पर जिम्मेदारी होती है कि वह अपने अच्छे प्रयास से आउट हुए रेडर को मैट पर वापस लेकर आए।

…ताकि हम खेल पर अपना दबदबा कायम कर सकें

कबड्डी में अपने करियर के बारे में मोनू ने कहा, “मैं बचपन से कबड्डी खेलता था। मुझे अपने चाचा से प्रेरणा मिली। कुछ समय बाद इसमें रुचि हो गई। बचपन से तो यहीं लगा था कि खेलने से नौकरी मिलती है। इस कारण मैं इस ओर आगे बढ़ा। अब लीग के कारण इस ओर आगे बढ़ने का एक लक्ष्य मिल गया है।”
प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ रणनीति के बारे में मोनू ने कहा, “हम सामने वाली टीम के तीन चार अच्छे खिलाड़ियों को आउट कर टीम से बाहर होने की कोशिश करते हैं, ताकि हम खेल पर अपना दबदबा कायम कर सकें।”प्रदीप नरवाल की कप्तानी के बारे में पूछे जाने पर मोनू ने कहा कि “एक कप्तान के तौर पर प्रदीप को अभी और भी परिपक्व होने की जरूरत है। इसमें कोई शक नहीं है कि वह एक अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें कप्तान का अनुभव हासिल करना है और वह जल्द ही इसे हासिल भी कर लेंगे।”

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More