लखनऊ, जहां बंदर भी बन गये हैं बिजली मिस्त्री….!
राजधानी लखनऊ महानगर की विज्ञानपुरी कालोनी में बंदरों को भी आजकल बिजली मिस्त्री की भूमिका में देखा जा सकता है। लखनऊ के एक जागरूक रहवासी ने ऐसी कुछ फोटो https://journalistcafe.com से साझा की है। फोटो में साफतौर पर बंदर को तार हाथ में पकड़े देखा जा सकता है। मजे की बात यह कि उसे करंट भी नहीं लग रहा है।
डिश एंटिना आउट आफ आर्डर हो जाता है
इस चित्र को देखकर ये भ्रम मत पालिएगा कि पावर कारपोरेशन का नवनियुक्त कर्मचारी है और सलीके से बिजली ठीक कर रहा है बल्कि धमाचौकड़ी करते करते लैंप पोस्ट के पास आ तारों को पूरी ताकत से हिला नीचे उतरने की तैयारी में है। आए दिन महानगर के विग्यानपुरी इलाके में इनका उत्पात देखने को मिलता है। इससे कभी कभी बिजली गुल होती है तो कभी डिश एंटिना आउट आफ आर्डर हो जाता है। इनकी जद में कई बार बूढ़े, बच्चे या महिलाएं भी आ जाती हैं। कभी तो ऐसा भी होता है कि तार हिलने से घर की बिजली चली गयी है और बंदर द्वारा खींचे जाने से बिजली वापस आ जाती है जिसके लिए बिजली मिस्त्री बुलाने पर सौ पचास का खर्च लगता।
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वहां के एक जागरुक नागरिक ने बताया कि बीते चार माह से बंदरों ने इलाके में आंतक मचा रखा है। औरतों और बच्चों को दौड़ा लेते हैं और उनसे समान छीन कर भाग जाते हैं। इतना ही बिजली के खम्बों पर चढ़ कर तार तोड़ देते हैं जिससे दिन भर बिजली गुल रहती है। ये सिर्फ एक दिन की बात नहीं रोजाना ही बंदरों से स्थानीय लोग परेशान रहते हैं।
शिकायत के नाम पर वही ढाक के तीन पात
नगरिक का कहना है जब इस संबंध में नगर निगम में शिकायत की जाती है तो हीलाहवाली कर मामले को छोड़ दिय़ा जाता है। कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। निगम की तरफ मामला वन विभाग का है कहकर पल्ला झाड़ लिया जाता है। मामला अखबारों से लेकर मीडिया तक में आ गया लेकिन नगर निगम की तरफ से शिकायत के नाम पर वही ढाक के तीन पात। बंदरों का आतंक इस कदर है कि आये दिन बंदर बच्चों और महिलाओं को दौड़ा लेते हैं और उनका समान छीन लेते हैं।
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