जादूगर अशोक गहलोत के आगे फैल हुआ मोदी मैजिक
राजस्थान के सियासी ट्रेंड में अशोक गहलोत ने अपने आगे किसी को बढ़ने नहीं दिया है। अशोक गहलोत को राजस्थान का जादूगर कहा जाता है। जोधपुर के जादूगरों के परिवार मे जन्मे अशोक गहलोत अपने 71 साल के जीवन में राजस्थान के एक्स्ट्रीम पॉलिटिक्स मे जादूगर बन चुकें है। आलम ये है कि इनकी जादूगरी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे को भी मात दे दी।
राजस्थान मे गहलोत मोदी से भी पॉपुलर
काँग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी लोकप्रियता के मामले में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पछाड़ दिया है। गूगल ट्रेंड्स की पिछले 6 महीने की रिपोर्ट यह बताती है कि अशोक गहलोत राजस्थान मे नरेंद्र मोदी से भी ज्यादा लोकप्रिय है।
राजस्थान के क्षेत्रफल मे बीते 6 महीने का ग्राफ यही बताता है कि अशोक गहलोत ने मोदी मैजिक पर अपनी जादू की छड़ी चलाई और मोदी को पीछे छोड़ दिया।
राजस्थान मे क्यूं फेल हुआ मोदी मैजिक
राजस्थान मे अशोक गहलोत की बढ़ती लोकप्रियता ने मोदी मैजिक पर बड़े सवाल खड़े किये है। आखिर ऐसा कैसे हो सकता है। अशोक गहलोत गरीबों के नेता है और जब से उन्होंने राजनीति मे कदम रखा है तबसे वह कांग्रेस आला-कमान के सबसे नजदीक है। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी साल 1998 से ही किसी चेहरे पर चुनाव ना लड़ते हुए पार्टी के दम पर चुनाव लड़ा और इसका फायदा कांग्रेस को मिला भी है।
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गहलोत कांग्रेस पार्टी के लिए राजस्थान में जमीन तैयार करने का काम भी कर रहे हैं कई कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से कांग्रेस की जमीन को भी मजबूती प्रदान कर रहे हैं। अशोक गहलोत सरकार ने सीधे राजस्थान की जनता से जुड़ने के लिए योजनाओं को हथियार बनाया है गरीबों के लिए पेंशन योजना, मुफ्त खाद्यान्न योजना समेत युवाओं के लिए भी कई प्रकार की कल्याणकारी योजनाओँ के दम पर गहलोत सरकार जनता से सीधे जुड़ रही है।गहलोत की नैया राजस्थान में मीणा, जाटों और मालियों के दम पर इस चुनाव में पार लगने की उम्मीद है।
सचिन पायलट और गहलोत की राजनितिक प्रतिद्वंदिता
कांग्रेस पार्टी में राजनैतिक प्रतिद्वंदिता किसी से छुपी नहीं है एक समय जादूगर अशोक गहलोत और सचिन पायलट में सत्ता को लेकर जमकर बयानबाजियां हुईं दोनों के विवाद को शांत करने के लिए कांग्रेस पार्टी के आलाकमान को सामने आकर समझौता कराना पड़ा था इन सबके बावजूद मुख्यमंत्री का जादू राजस्थान में दिखता है।
जानें जादूगर अशोक गहलोत के मैजिक के बारे में
राजस्थान में अगर बात करें योजनाओं की तो राजस्थान सरकार के द्वारा जनता से सीधे जुड़ने के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं को चलाया गया है इनमें लगभग 500 से अधिक योजनाएं चलाई गई हैं। वृद्ध कल्याण योजना,देव नारायण छात्रा स्कूटी वितरण,फार्म पौण्ड निर्माण,स्वलीनता से ग्रसित रोगियों के लिए निशुल्क यात्रा सुविधा,वृद्ध कल्याण योजना,अनुसूचित जाति उपयोजना,विदेश में अध्ययन योजना, 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली इन योजनाओं से राजस्थान की जनता लाभान्वित भी हो रही है।
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राजस्थान के वोट बैंक की बात करें तो मीणा और गुर्जर की आबादी कुल आबादी का 13 प्रतिशत है जो एक निर्णायक भूमिका अदा करता है अशोक गहलोत को मीणा, गुर्जर और जाटों का एक तरह से समर्थन प्राप्त है इन्ही वोटरों के दम पर एक बार फिर गहलोत सरकार की नैया पार लगने की उम्मीद जताई जा रही है।