2024 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित होंगे मिथुन दा…
बॉलीवुड सिनेमा में अपने उम्दा अभिनय के लिए जाने जाने वाले लेजेंडरी अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को साल 2024 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट के माध्यम से दी है. वही आपको बता दें कि, मिथुन दा को यह पुरस्कार 8 अक्टूबर 2024 को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी पर दिया जाएंगा.
अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर दी जानकारी
सोमवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से यह जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि, ”मिथुन दा की उल्लेखनीय सिनेमाई यात्रा पीढ़ियों को प्रेरित करती है! यह घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस हो रहा है कि दादा साहब फाल्के चयन जूरी ने महान अभिनेता श्री को पुरस्कार देने का निर्णय लिया है. मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके प्रतिष्ठित योगदान के लिए 8 अक्टूबर, 2024 को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रस्तुत किया जाएगा.
इस घोषणा पर इमोशनल हुए मिथुन दा
मिथुन दा को भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान दिए जाने के ऐलान पर उन्होने खुशी जताई है, इसके साथ ही न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान वे इमोशनल होते हुए कहा है कि, ”सच कहूं तो मेरे पास कोई भाषा नहीं है. ना मैं हंस हो सकता हूं, ना ही मैं खुशी से रो सकता हूं. कितनी बड़ी चीज है ये. मैं कोलकाता में जहां से आया हूं, फुटपाथ से लड़कर यहां तक आया हूं, उस लड़के को इतना बड़ा सम्मान मिलेगा, मैं सोच भी नहीं सकता था. मैं निशब्द हूं. बस इतना कह सकता हूं मैं ये अवॉर्ड अपनी फैमिली और फैंस को डेडिकेट करता हूं.”
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पीएम मोदी ने दी बधाई
भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित होने पीएम मोदी ने मिथुन दा को बधाई देते हुए एक्स पर लिखा है कि, ”मुझे खुशी है कि श्री मिथन चक्रवर्ती जी को इंडियन सिनेमा में उनके अद्वितीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. वो कल्चरल आइकॉन हैं. अपनी दमदार परफॉर्मेंस के लिए वो पीढ़ियों से सराहे गए हैं. उन्हें बधाई और शुभकामनाएं.”
क्या होता है दादा साहब फाल्के पुरस्कार ?
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारत में सिनेमा क्षेत्र का सर्वोच्च सम्मान है. इस सम्मान को हर साल नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान भी दिया जाता है. दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड के 54वें विजेता मिथुन चक्रवर्ती होंगे. साल 1969 में इस अवॉर्ड की शुरूआत भारतीय सिनेमा के पिता दादा साहेब फाल्के के सम्मान में की गयी थी. वही साल 1913 में फाल्के ने भारत की पहली फीचर फिल्म ‘राजा हरिशचंद्र’ को निर्देशित किया. अब तक 53 कलाकारों को इस सम्मान से सम्मानित किया गया है, जिनमें पृथ्वीराज कपूर, विनोद खन्ना, राज कपूर, शशि कपूर, लता मंगेशकर, आशा भोसले, बीआर चोपड़ा और यश चोपड़ा शामिल हैं.
कैसा रहा मिथुन दा का फिल्मी कैरियर
अपने कैरियर की शुरूआत मिथुन दा ने सहकलाकार के तौर पर की थी, जिसमें दो अंजाने, फूल खिले है गुलशन गुलशन में मिथुन दा को सहकलाकार के तौर पर कम स्क्रीन स्पेस दिया गया था. इसके बाद साल 1979 में रिलीज हुई कम बजट की फिल्म सुरक्षा में उन्हें फेम दिलाई. जिसके बाद फिल्म प्रेम विवाह ने उनके कैरियर को रफ्तार देने का काम किया. इसके बाद उन्होने ‘हमसे बढ़कर कौन’, ‘शानदार’, ‘त्रिनेत्र’, ‘अग्निपथ’, ‘हम से है जमाना’, ‘तहादेर कथा’, ‘स्वामी विवेकानंद’, ‘वो जो हसीना’, ‘ऐलान’, ‘जोर लगा के…हैय्या’, ‘चल चलें’, ‘डिस्को डांसर’, ‘टैक्सी चोर’, ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसी फिल्मों नजर आएं.
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साल 1978 में मिथुन ने बंगाली सिनेमा में Nadi Theke Sagare नामक फिल्म से डेब्यू किया. वही साल 2008 में मिथुन भोजपुरी फिल्म ‘भोले शंकर’ में दिखाई दिए थे. ये भोजपुरी फिल्मों में से सबसे अच्छी है. फिल्मों के बाद मिथुन ने टीवी पर भी प्रसिद्धि हासिल की है. एक्टर ने डांस इंडिया डांस और हुनरबाज-देश की शान में जज किया है. मिथुन 74 साल की उम्र में भी फिल्मों में काम कर रहे हैं. जिसम फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ उनकी पहली हिंदी फिल्म थी.
मिथुन ने अपने करियर में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तीन बार नेशनल अवॉर्ड जीता है: फिल्म मृगया, तहादेर कथा और स्वामी विवेकानंद हासिल किया है. एक्टर पद्म भूषण भी प्राप्त कर चुके हैं, साल 1989 में उनकी 19 लीड एक्टर फिल्में रिलीज़ हुईं थी. जिसकी वजह से उनका नाम लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी उनका नाम दर्ज किया गया है. अभिनेता का यह रिकॉर्ड आज तक कोई भी अभिनेता नहीं तोड़ पाया है.