बुलंदशहर में सिलेंडर फटने से बड़ा हादसा, 6 की मौत..
सीएम योगी ने लिया घटना का संज्ञान
यूपी के बुलंदशहर से बीते सोमवार की रात एक दर्दनाक हादसा सामने आया है. वहां पर एक घर का सिलेंडर ब्लास्ट होने से 6 लोगों की मौत हो गई है तथा तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, इसके अलावा कई लोग मलबे में दबे हुए हैं जिनके लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह हादसा बुलंदशहर के थाना सिकंदराबाद इलाके के आशापुरी कॉलोनी में हुआ है. इस ब्लास्ट के चलते दो मंजिला मकान ताश के पत्तों की तरह बिखर गया है जिसमें परिवार के कई सारे सदस्य दबे हुए हैं. हादसे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया था, जो अभी भी जारी है. वहीं सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया है. उन्होंने अधिकारियों को घायलों का उचित इलाज करवाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जाहिर की है.
क्या है पूरा मामला ?…
मामले की पड़ताल कर रही पुलिस ने बताया कि, सिकंदराबाद कोतवाली इलाके की आशापुरी में रहने वाले राजू उर्फ रियाजुद्दीन लेंटर की शटरिंग का काम करता था. इन दिनों उसकी 55 वर्षीय पत्नी रूखसार की तबीयत खराब चल रही थी, जिसकी वजह से वह बीते कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थी. सोमवार को वह अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर पहुंची थीं, लेकिन उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. ऐसे में उनकी सांस सुचारू रूप से चलती रहे इसके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर घर लाया गया था. यही ऑक्सीजन सिलेंडर लगाते समय यह फट गया. सिलेंडर में विस्फोट हुआ तो मकान का लेंटर गिर गया. बताया गया जिस समय यह हादसा हुआ उस समय घर में परिवार के 18-19 सदस्य मौजूद थे. ऐसे में रियाजद्दीन, उनकी पत्नी रुखसार, पांच बेटे शाहरुख, आसमौहम्मद, सोना, सलमान और मां को देखने आई उनकी बेटी तमन्ना भी गिरे मकान के मलबे में दब गई. साथ ही 10 बच्चे भी इस मलबे में दब गए. हादसे से इलाके में चीख पुकार मच गई.
समाचार मिलते ही प्रशासन और पुलिस ने घायलों को निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया . अस्पताल में चिकित्सकों ने 60 वर्षीय राजू उर्फ रियाजुद्दीन, उनकी पत्नी 55 वर्षीय रुखसार, उनका बेटा 11 वर्षीय सलमान, बेटी 24 वर्षीय तमन्ना और तीन वर्षीय हिफजा को मृत घोषित किया. वहीं हादसे में जख्मी लोगों को इलाज किया जा रहा है. उधर रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है.
ब्लास्ट रसोई गैस सिलेंडर में या ऑक्सीजन सिलेंडर से
आपको बता दें कि हादसे का शिकार हुए मकान में ब्लास्ट के समय पर 18 से 19 लोग मौजूद थे, जिसमें से 10 लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. वहीं 6 लोगों की मौत हो गई है और तीन लोग गंभीर रूप से घायल है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि, मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हुई है. इसका पता लगाने के साथ-साथ इस बात की भी जांच की जा रही है कि यह ब्लास्ट ऑक्सीजन सिलेंडर की बजाय कहीं रसोई गैस सिलेंडर से तो नहीं हुआ है.
डीएम-एसएसपी सहित प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे है और मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है. दमकल विभाग के कर्मी भी बचाव कार्य में जुट गए हैं. इसके अलावा बचाव दल में स्थानीय पुलिस व प्रशासनिक आलाधिकारी, एनडीआरएफ-एसडीआरएफ, पीएसी के जवान, नगरपालिका के लोग शामिल हैं. जेसीबी की मदद से मलबे को हटाने के साथ ही इसमें दबे लोगों के बाहर निकालने की कोशिश जारी है. मलबे में लोगों के दबे होने की आशंका पर डॉग स्क्वायड की मदद से रेस्क्यू किया जा रहा है ताकि उसमें कोई दबा न रह जाए. मृतकों के शव देर रात को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए.
डीएम ने दी यह जानकारी…
हादसे के बारे में जिलाधिकारी सीपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया था कि, ”मामले की जांच कराई जा रही है. मुख्यमंत्री ने भी मामला संज्ञान में लिया है और घायलों को उचित व्यवस्था देने के निर्देश दिए गए हैं. फिलहाल घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. रात करीब साढ़े 8 से 9 बजे के बीच आशापुरी कॉलोनी के एक घर में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ. घर में 18-19 लोग थे, यहां से 8 लोगों को बचाया गया. उनकी हालत काफी गंभीर थी. इसके आगे डीएम ने कहा है कि, फायर ब्रिगेड की टीम, पुलिस विभाग की टीम, नगर निगम की टीम, मेडिकल टीम, एनडीआरएफ की टीम मौके पर है. मुख्यमंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस-प्रशासन को मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं. विस्फोट के कारणों की पड़ताल की जा रही है.”