महाराष्ट्र बंद का अभी कुछ खास असर नहीं

0

सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण और मराठा आंदोलन के दो साल पूरे होने पर मराठा समुदाय की ओर से बुलाए गए महाराष्ट्र बंद का अभी कोई खास असर नहीं दिख रहा है। फिलहाल जनजीवन सामान्य दिख रहा है।

गुरुवार को मुंबई के जीटीबी नगर में बच्चे स्कूल जाते दिखे, वहीं सड़क पर भी लोगों की चहलकदमी देखने को मिली। इस दौरान यातायात प्रभावित रहने की भी आशंका है। प्राइवेट एयरलाइंस भी प्रदर्शन के चलते ट्रांसपोर्टेशन बाधित होने की आशंका जाहिर कर रही हैं और यात्रियों को सुबह ही एयरपोर्ट पहुंचने की सलाह दी है। इंडिगो ने ट्वीट कर यात्रियों को प्रदर्शन को देखते हुए सुबह के घंटों में ही एयरपोर्ट पहुंचने की सलाह दी है।

मराठा क्रांति मोर्चा का शांतिपूर्ण प्रदर्शन

इस बार नवी मुंबई को छोड़कर महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों में गुरुवार को मराठा क्रांति मोर्चा के सदस्यों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन शुरू हो गया है।

Also Read :  रेप कांडः यूपी, बिहार समेत 9 राज्यों ने किया था बालगृहों के ऑडिट से इनकार

इसके सदस्यों का कहना है कि किसी तरह की हिंसा नहीं होगी। बंद का असर शाम 6 बजे कर रहेगा। साथ ही जरूरी सेवाएं, स्कूल और कॉलेजों को बंद से दूर रखा गया है। उधर, शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दावे के बाद भी पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है।

सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त

बंद के मद्देनजर मुंबई पुलिस ने पुख्ता बंदोबस्त किए हैं। पिछले बार के प्रदर्शन को देखते हुए बंद के दौरान किसी अप्रिय घटना न घटे, इसके लिए प्रशासन की ओर से हर इंतजाम किए गए हैं। बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस आयुक्त, सुबोध जयसवाल ने क्यूआरटी, सीसीटीवी विभाग, दंगा निरोधक दस्ता, श्वान दस्ता, यातायात पुलिस और कानून व्यवस्था से संबंधित विभागों के प्रमुखों को खास निर्देश दिए हैं। सीसीटीवी कैमरे के जरिए विरोध प्रदर्शन पर निगरानी रखी जाएगी।

नवी मुंबई आंदोलन से दूर

मराठा समाज के आरक्षण के लिए 9 अगस्त को एक बार पुनः राज्यव्यापी धरना-प्रदर्शन आंदोलन का आह्वान किया गया है। इस आंदोलन की अपील करने वालों ने इस बार नवी मुंबई को छूट दी है। यह घोषणा नवी मुंबई सकल मराठा समाज के समन्वयकों की तरफ से माथाडी मजदूर नेता नरेंद्र पाटिल ने की है। स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान खुले रहेंगे। हालांकि, पिछले हिंसक बंद को देखते हुए नवी मुंबई की जनता डरी हुई है।

मराठा समाज की तरफ से शहर के विभिन्न छह स्थानों पर 21 हुतात्माओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी और इस दौरान वे निषेध स्वरूप मुंह पर काली पट्टी बांधेंगे। मराठा क्रांति मोर्चा की ठाणे समन्वय समिति ने बताया है कि किसी भी प्रकार का मोर्चा, रैली व रास्ता रोको और घोषणाबाजी उनकी तरफ से नहीं की जाएगी और यदि कोई ऐसा करते पाया गया, तो समिति के लोग खुद उन्हें पकड़ कर पुलिस के हवाले करेंगे।

पिछले महीने हुआ था हिंसक प्रदर्शन

गुरुवार को मराठा क्रांति मोर्चा के 2 साल पूरे हो रहे हैं। इन 2 वर्षों में मराठा समाज ने 58 शांति मोर्चा निकाले। आरक्षण की मांग को लेकर पिछले 22 दिन से मराठा समुदाय ने जगह-जगह आंदोलन किया। आंदोलन हिंसक भी हुआ है। राज्य में 18 लोगों ने आत्महत्या कर ली है। बता दें कि पिछले महीने ही 23 जुलाई को औरंगाबाद में गोदावरी नदी में कूदकर प्रदर्शनकारी के आत्महत्या करने के बाद आंदोलन और हिंसाजनक हो गया था।

क्या है मराठों की मांग?

मराठा समाज को आरक्षण।
10 अगस्त तक दर्ज सभी मामले वापस लें।
घोषित की गई योजनाओं पर तत्काल अमल करें।
आत्महत्या करने वाले युवक के परिवार को 50 लाख रुपये की मदद। साभार

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More