देव दीपावली महोत्सव पर नहीं होगी महाआरती, आयोजकों ने खींचे हाथ
वाराणसी में गंगा घाटों पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती की रंगत इस बार फीकी नजर आएगी।
प्रशासनिक अड़ंगेबाजी के चलते इस बार राजेन्द्र प्रसाद घाट पर होने वाली महाआरती नहीं होगी।
गंगा सेवा निधि की ओर होने वाली महाआरती कैंसिल कर दी गई है।
क्या है विवाद ?
आयोजकों की माने तो प्रशासन ने गंगा की धारा में मंच लगाने की परमिशन नहीं दी।
जिला प्रशासन की ओर से ये हवाला दिया कि मंच बनने से सुरक्षा में दिक्कत आती है।
इसके साथ ही सामने के नजारे में दिक्कत होती है जिसके बाद आयोजकों ने इस बार गंगा आरती का भव्य स्वरूप देने से इनकार कर दिया है।
कुछ साल पहले तक गंगा की धारा में 8 पीपों की मदद से मंच तैयार किया जाता था।
बाद में संख्या 6 कर दी गई और इस बार सिर्फ 3 पीपों का मंच बनाने की बात जिला प्रशासन की ओर से कही जा रही थी।
इससे आयोजक खफा थे।
विश्व प्रसिद्ध है गंगा आरती
आपको बता दें कि गंगा की महाआरती जिसमे 42 कन्याएं रिद्धि सिद्धि के रूप में होती हैं आकर्षण का मुख्य केंद्र होती हैं।
पर्यटक भी इसके आकर्षण को देखने आते हैं।
लेकिन इस बार ये नजारा देखने को नहीं मिलेगा।
गंगा नदी के समस्त घाटों विशेषकर दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट, अस्सी घाट, केदारघाट, सिंधिया घाट, राजघाट व पंचगंगा घाट आदि पर अत्यधिक भीड़ को दृष्टिगत रखते हुए जनसामान्य के सुगम यातायात आवागमन हेतु निम्नलिखित यातायात व पार्किंग प्रबन्ध किये जाने का निर्णय लिया गया हैः-
1.चन्दौली, रामनगर से पड़ाव होकर राजघाट पुल से आने वाले वाहनों की पार्किंग राजघाट पुलिस पिकेट से मोड़कर बसन्ता डिग्री कालेज ग्राउण्ड में किया जायेगा।
गोलगड्डा, कज्जाकपुरा की तरफ से भदऊॅं चुंगी की तरफ आने वाले वाहनों की पार्किंग 1.भदऊॅं रेलवे कालोनी के खाली स्थान
2. कज्जाकपुरा के पास स्थित संक्रामक रोग अस्पताल परिसर 3. नेशनल इण्टर कालेज आदमपुर के ग्राउण्ड में किया जायेगा।
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