आज हम बात करने जा रहे है भगवान शिव के उस चमत्कारी मंदिर की जहां हर मन्नत पूरी हो जाती है। यह मंदिर ‘अनादि पंचमुखी महादेव मंदिर’ के नाम से जाना जाता है।
ये मंदिर अयोध्या के गुप्तार घाट पर स्थित है। पंचमुखी महादेव मंदिर (Panchmukhi Mahadev Temple) लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है। पंचमुखी महादेव मंदिर में मुखलिंग मौजूद है।
आकृति वाले शिवलिंग को मुखलिंग के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह मुखलिंग लगभग 2000 वर्ष पुराना है। मौजूदा महादेव मंदिर पुरानी छोटी लखौरी ईटों का बना हुआ है, ये लगभग 250 वर्ष पुराना है।
पंचमुखी महादेव मंदिर में भगवान शिव के तीन स्वरूपों उपासना की जाती है। कहते है कि जो भी शख्स इन स्वरूपों की उपासना से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। पंचमुख सृष्टि की रचना के पांच तत्व अग्नि, वायु, आकाश, पृथ्वी और जल का प्रतीक है।
भगवान शिव असाधरण स्वरूप हैं, जिनके जीवन से उपदेश व्यक्त होते हैं। पंचमुखी महादेव मंदिर के शिवलिंग में पांच मुख हैं, जो पंचास्य उपासना के पांच नामों को अभिव्यक्त करते हैं।
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