एशियाई देशों के साथ संबंध मजबूत करने के लिए नए प्रॉजेक्ट्स पर भारत
सार्क की कम होती अहमियत और चीन के वन बेल्ट, वन रोड कार्यक्रम के विस्तार को देखते हुए भारत दक्षिण एशियाई देशों को करीब लाने के लिए अन्य विकल्पों पर विचार कर रहा है। भारत ऐसे प्रॉजेक्ट्स की एक सीरीज पर विचार कर रहा है, जिसका मकसद दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों के साथ संबंध मजबूत करना है।
कनेक्टिविटी प्रॉजेक्ट्स के अलावा ऊर्जा संबंधी पहल शामिल
बता दें कि सार्क में भारत के बढ़ते प्रभुत्व को देखते हुए पाकिस्तान इसमें ज्यादा सक्रियता नहीं दिखा रहा है वहीं दूसरी तरफ चीन की नजर पर भी दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों पर है। दक्षिण एशियाई देशों के साथ संबंध मजबूत करने के लिए जिन प्रस्तावों पर विचार हो रहा है, उनमें इन देशों से जुड़े मेगा एयर और लैंड कनेक्टिविटी प्रॉजेक्ट्स के अलावा ऊर्जा संबंधी पहल शामिल हैं।
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मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जब पिछले दिनों ढाका में अपने बांग्लादेशी समकक्ष मुहम्मद अली से बात की थी, तो इनमें से कुछ प्रॉजेक्ट्स इस बातचीत के अजेंडा में भी शामिल थे। इनमें ढाका-चेन्नै-कोलंबो एयर कनेक्टिविटी, चिटगांव-कोलकाता कोलंबो शिपिंग कनेक्टिविटी, बांग्लादेश-उत्तर बंगाल रेल लिंक, भारत के जरिए बांग्लादेश-भूटान इंटरनेट केबल, भूटान के गेलीफुंग से बांग्लादेश के नकुगांव लैंड पोर्ट (वाया भारत) को जोड़ने वाले ट्रेड रूट आदि प्रस्ताव शामिल हैं।
संसद इस समझौते को पास करने में नाकाम रही थी
बीबीआईएन (बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल) मोटर वीइकल्स अग्रीमेंट को जल्द लागू करने के लिए भी कोशिशें जारी हैं। साथ ही, इसमें भूटान को बाद में शामिल करने के लिए भी प्रावधान रखा गया है। भूटान ने इसमें बाद में शामिल होने का अनुरोध किया था। दरअसल, भूटान की ऊपरी संसद इस समझौते को पास करने में नाकाम रही थी। रीजनल कनेक्टिविटी नरेंद्र मोदी सरकार के अजेंडा में काफी अहम है, क्योंकि चीन ‘वन बेल्ट, वन रोड इनिशिएटिव’ के जरिए दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में अपनी पहुंच बढ़ा रहा है। बीबीआईएन मोटर वीइकल्स अग्रीमेंट को प्रस्तावित बिम्सटेक मोटर वीइकल्स अग्रीमेंट का पूरक बनाया जा सकेगा।
दरअसल, बिम्सटेक मोटर वीइकल्स अग्रीमेंट इस साल के शुरू में नेपाल में हुए 7 देशों की समिट के अहम नतीजे के तौर पर उभर सकता है। यह समिट बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टॉरल टेक्निकल ऐंड इकॉनमिक कोऑपरेशन के 20 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित की गई थी।
मकसद चीन के रेंज में मौजूद आसियान देशों के साथ रिश्ते मजबूत करना
बिम्सटेक मोटर वीइकल्स अग्रीमेंट में श्री लंका को जोड़ने वाले सभी मल्टी मोडल फीचर्स हैं, जो अब तक ग्रुप के बाकी 6 सदस्यों के साथ फिलहाल हवाई या समुद्री मार्ग से ही जुड़ा है। ये दोनों समझौते भारत की ‘पूरब की तरफ देखो’ या ‘लुक ईस्ट’ नीति (जिसे बाद में ऐक्ट ईस्ट का नाम दिया गया) का अहम हिस्सा हैं, जिसका मकसद चीन के रेंज में मौजूद आसियान देशों के साथ रिश्ते मजबूत करना है।
(साभार -एनबीटी)
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