Lok Sabha 2024: मुख्तार के गढ़ घोसी सीट से अरविंद राजभर लड़ेंगे चुनाव

हाल ही में यूपी सरकार में मंत्री बने ओपी राजभर के बड़े बेटे हैं अरविंद

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सुभासपा प्रमुख और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के बड़े बेटे अरविंद राजभर मुख्तार अंसारी के गढ़ माने जाने वाले घोसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. लोकसभा 2024 चुनाव के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने अपने उम्मीदवार का एलान कर दिया है. मुख्तार अंसारी के गढ़ माने जाने वाले घोसी में लड़ाई दिलचस्प होनेवाली है. बता दें कि यूपी में सुभासपा बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है और एनडीए ने सुभासपा को एक टिकट दिया है.

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सुभासपा के प्रवक्ता और ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने बताया कि एक सीट पर एनडीए से बात बनी है. घोसी सीट से अरविंद राजभर चुनाव लड़ेंगे. अरुण राजभर ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि एनडीए गठबंधन अबकी बार 400 पार, फिर एक बार, मोदी सरकार. डॉ. अरविंद राजभर को 70-घोसी से लोकसभा चुनाव प्रत्याशी बनाए जाने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं.

भाजपा के अनिल राजभर से हारे थे अरविंद 

गौरतलब है कि सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में अरविंद राजभर को वाराणसी की शिवपुर सीट से चुनाव लड़ाया था. लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार अनिल राजभर से हार गये. अब सुभासपा बीजेपी से मिलकर चुनाव लड़ रही है. घोसी लोकसभा सीट पर इस समय बसपा का कब्जा है. साल 2019 के चुनाव में बसपा उम्मीदवार अतुल राय ने घोसी सीट पर जीत दर्ज की थी. इस सीट पर मोदी लहर में भी बीजेपी जीत नहीं दर्ज कर पाई थी. यह भी बता दें कि ओम प्रकाश राजभर ने मंगलवार को यूपी सरकार के मंत्री पद की शपथ ली है. बताया जा रहा है कि एनडीए गठबंधन में राजभर को दो सीटें मिलेगी. दूसरी सीट पर वार्ता चल रही है. इसलिए दूसरे प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है.

वर्ष 2002 में ओपी राजभर ने बनाई थी पार्टी

ओम प्रकाश राजभर प्रदेश ने राजभर समेत अन्य अति पिछड़ी जातियों को साथ लेकर 2002 में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी बनाई थी. 2017 में सुभासपा ने भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था और तीन सीटें जीती थीं. तब ओपी राजभर को पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बनाया गया था. योगी सरकार से मतभेद के चलते वह मार्च 2019 में सरकार से अलग हो गए. लोकसभा चुनाव 2019 में सुभासपा ने अपने दम पर चुनाव लड़ा. विधानसभा चुनाव 2022 में पहले सुभासपा ने सपा के साथ गठबंधन किया. सुभासपा और सपा के गठबंधन से भाजपा को पूर्वांचल में करीब 10-15 सीटों पर नुकसान हुआ. चुनाव में सुभासपा को छह सीटें मिलीं. सपा के साथ भी उनका गठबंधन ज्यादा दिन नहीं चला. जुलाई 2023 में राजभर सपा से गठबंधन तोड़कर फिर एनडीए में शामिल हो गए और पांच मार्च 2024 को उन्हें मंत्री बना दिया गया. अरविंद राजभर को बीजेपी, अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी का समर्थन हासिल है. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में अतुल राय ने भाजपा के हरिनारायण को 122568 वोट से हराया था. बसपा को करीब 57 प्रतिशत वोट मिले थे. घोसी लोकसभा सीट मऊ जिले में आती है. घोसी विधानसभा उपचुनाव में सपा के सुधाकर सिंह ने बड़ी जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी के दारा सिंह चौहान को हराया था. दारा का चुनाव प्रचार करने ओपी राजभर भी गए थे. वैसे ओम प्रकाश राजभर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते रहे हैं. अब उन्होंने बेटे को टिकट देकर खुद विरोधियों को हमला बोलने का मौका दे दिया है. सपा और कांग्रेस के नेता राजभर और उनके परिवार पर जुबानी हमला करते नजर आ सकते हैं.

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