बुजुर्ग महिला का सहारा बने इंस्पेक्टर डीके, उठाएंगे खर्च
आज के युग में जहां एक ओर ये बात आम हो गयी है बेटे-बहु अपने बुजुर्ग मां-पिता को घर से निकाल देते हैं ऐसे में यूपी पुलिस उनके लिए मसीहा या यूँ कहे कि उनका बच्चा बन कर आगे आ रही है। जी हां लखीमपुर खीरी में एक बेटे और बहू के बर्ताव की शिकायत करने पहुंची बुजुर्ग महिला का सहारा पुलिस बन गई। पुलिस इंस्पेक्टर ने न सिर्फ पैसे देकर उस महिला को घर भेजा, बल्कि हर महीने पैसे (money) देने का वादा भी किया। यह सब देख महिला की आंखों से खुशी के आंसू झलक आये।
शिकायत करने पहुंची थी कोतवाली
जानकारी के मुताबिक, कोतवाली क्षेत्र के गांव कुइयां मदारपुर की 70 साल की रामदुलारी शुक्रवार को कोतवाली पहुंचीं। वह बहू बेटों की गंदे बर्ताव की शिकायत करने आई थीं। उन्होंने पुलिस को बताया कि बेटे-बहू ने जीवन यापन के लिए खर्चा पानी देने से इंकार कर दिया। ऐसे में वह किसके पास जाएँ, क्या करें उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा।
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इसके बाद बुजुर्ग महिला ने निरीक्षक डीके सिंह से मिलकर अपनी आपबीती सुनाई। पहले तो पीड़ित महिला को इंस्पेक्टर ने भोजन कराया। उसके बाद आर्थिक सहायता देते हुए जीवन यापन के लिए प्रतिमाह खर्चा देने का आश्वासन दिया।
महिला की आंखों से छलके आंसू
इस पर महिला इस कदर भावुक हो गई और उसकी आंखों से आंसू छलक आये। महिला को सहारा देने के बाद इंस्पेक्टर डीके सिंह ने सरकारी वाहन से उन्हें सकुशल उनके घर भिजवाया। पुलिस का यह रूप देख उस महिला के साथ-साथ आस पास मौजूद लोगों ने भी इंस्पेक्टर के काम की बहुत सराहना की।