Period के दौरान पार्टनर संबंध बनाना सही है या गलत, जानें ?

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पीरियड्स यानी मासिक धर्म के दौरान महिलाओं में कई तरह के बदलाब देखने को मिलते है, ऐसे में महिलाओं को कई तरह के दर्द का का भी सामना करना पड़ता है. ऐसे में महिलाओं में पेट दर्द, कमर में दर्द सिर्फ इतना ही नहीं पीरियड्स के दौरान महिलाओं को चिड़चिड़ापन और गुस्‍सा देखने को मिलता है. इस दौरान महिलाओं को कई सारी चीजों से परहेज करने की भी सलाह दी जाती है, उनमें से एक शारीरिक संबंध बनाना. इसको लेकर कई बार पार्टनर के बीच सवाल रहता है कि, पीरियड्स के दौरान संबंध बनाना सही है या भी नहीं ? आइए जानते है …

पीरियड्स के दौरान सेक्स को लेकर क्या कहते है एक्सपर्ट

डॉ. रेखा राधामोनी, एक आयुर्वेदिक एक्सपर्ट, वे अपने इन्स्टाग्राम पोस्ट में बताती हैं कि, ”महिला पार्टनर को पीरियड्स आ रहे हों तो कपल को सेक्स करने से बचना चाहिए। पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से एंडोमेट्रियोसिस हो सकता है। इसमें एंडोमेट्रियल कोशिकाएं गर्भाशय से बाहर बढ़ती हैं। अक्सर यह अंडाशय या फैलोपियन ट्यूब तक बढ़ जाता है। जब प्राइवेट पार्टनर स्वच्छ और स्वस्थ हैं, तो सेक्स करना सुरक्षित है। यह संक्रमण और जटिलताओं को रोकने में मदद करता है। एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर या पार्टनर के प्रति चीटिंग मनाही है। वैवाहिक जीवन इससे कभी भी सफल नहीं हो सकता।”

हेल्दी वेट वालों को करना चाहिए परहेज

आयुर्वेद मानता है कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हेल्दी वजन चाहिए। सेक्स करने से बहुत अधिक वजन वाले या मोटे लोगों को बचना चाहिए। खाली पेट या भारी खाना खाने के बाद सेक्स करने से वात और पित्त दोष असंतुलित हो सकते हैं। यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। अनियमितता पाचन, सिरदर्द और गैस्ट्राइटिस को जन्म दे सकती है। बीमार होने पर या मानसिक और शारीरिक रूप से फिट नहीं होने पर सेक्स नहीं करना चाहिए।

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प्रसव के तुरंत बाद यौन संबंध सही या गलत

आयुर्वेद गर्भावस्था के दौरान या प्रसव के तुरंत बाद सेक्स नहीं करने की सलाह देता है। व्यक्ति को नियंत्रण रखना चाहिए। सी-सेक्शन में कम से कम पांच महीने और सामान्य प्रसव में दो से तीन महीने का अंतराल होना चाहिए। इससे स्वस्थ यौन जीवन मिल सकता है। इससे महिला का शरीर स्वस्थ होगा। ।आयुर्वेद हिंसक सेक्स का विरोध करता है। प्यार आत्मा को भयभीत करने के बजाय शांत करता है। यौन संबंधों में हिंसा अनहेल्दी है। आयुर्वेद कहता है कि ओरल सेक्स गलत है।

पीरियड ट्रैकर उपकरण: यह स्टैमिना को बढ़ाता है। यही कारण है कि इसे Indian Viagra कहा जाता है। यह कमजोरियों को दूर करने और यौन प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है।

शुक्राणु: यह हर्ब पुरुषों की यौन इच्छा को बढ़ाता है और इनफर्टिलिटी से निपटता है।

श्वेत भस्म: स्वर्ण भस्म को पुरुषों में सेक्सुअल डिज़ायर कम करने और अन्य यौन समस्याओं का सबसे अच्छा उपचार मानते हैं। यह भी यौन कमजोरी के इलाज में फायदेमंद है।

योगफल: प्रीमेच्योर इजेकुलेशन का मुकाबला सबसे प्रभावी है। यह आपके यौन जीवन को भी बेहतर बनाता है। महिलाओं के लिए इसे वियाग्रा नाम है। यौन इच्छा को जगाने के लिए इसकी सुगंध अक्सर इस्तेमाल की जाती है।

कैस्टर: यह दूध के साथ पीने से पार्टनर को उत्तेजित कर सकता है। इससे यौन जीवन सुधर सकता है।

 

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