क्या आपको मालूम है दूसरे देशों में कैसी दी जाती है मौत की सजा ?
नई दिल्ली: मौत की सजा(Death Penalty) कुछ ऐसे गंभीर अपराधों में ही दी जाती है, जिनकी माफी या उससे कम कोई सजा नहीं होती। भारत के अलावा भी दुनिया के दूसरे देशों में भी मौत की सजा सुनाई और दी जाती है, लेकिन सजा देने का तरीका अलग होता है। आज हम आपको बताएंगे कि दूसरे देशों में मौत की सजा कैसे दी जाती है ?
यह भी पढ़ें: Nirbhaya Justice : निर्भया के दर्द से लेकर दरिंदों का अंत, जानें अब तक का सब कुछ
इन देशों में जिंदा जलाकर दी जाती है मौत की सजा(Death Penalty)
- स्विट्जरलैंड, जर्मनी, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, स्कॉटलैंड सहित स्पेन में जिंदा जलाकर दी जाती है मौत की सजा दी जाती है।
पहिये में बांधकर देते हैं मौच
- यूरोप में दोषियों को धारदार हथियारों के साथ पहिये पर बांधकर तब तक प्रताड़ित किया जाता था, जब तक वह मर न जाए।
बेरहमी से काट दिया जाता है सिर
- फ्रांस में मशीन से इंसान का सिर बेरहमी के साथ उसके धड़ से अलग कर दिया जाता था। हालांकि, फ्रांस के अलावा इस तरह से सजा देने का चलन बहुत ही कम किसी देश में था और एक समय के बाद फ्रांस में भी इसे खत्म कर दिया गया।
यह भी पढ़ें: निर्भया के दोषियों के परिवार की नई तिकड़म, राष्ट्रपति से कहा-मरने के सिवा कोई रास्ता नहीं
गला घोंटकर दी जाती है सजा-ए-मौत(Death Penalty)
- दोषी को गला घोंटकर भी सजा-ए-मौत दी जाती थी। इसके लिए खास हथियार ‘गरोट्टे’ का इस्तेमाल किया जाता था। दुनिया के कई देशों में इस तरह से मौत की सजा दी जाती थी।
भारत के अलावा इन देशों में भी दी जाती है फांसी
- किसी भी दोषी को सबसे आसान मौत देने का तरीका फांसी की सजा है। इसमें मरते वक्त इंसान को दर्द और तकलीफ कम होती है। भारत, पाकिस्तान, चीन सहित कई अन्य देशों में आज भी सजा-ए-मौत इसी तरह से दी जाती है।
तलवार या हंसिये से काट दिया जाता है सिर
- जर्मनी और इंगलैंड में इस तरह से मौत की सजा देना एक वक्त पर बड़ा सामान्य माना जाता था।
फायरिंग स्क्वॉड
- ये मौत की सजा को लागू करने का एक तरीका है। इसमें दोषी की आंखों पर पट्टी बांधकर, उसे एक जगह बैठा दिया जाता है और फिर गोली चलाने वाला एक दस्ता दोषी को गोली मार देता है। अहम बात ये है कि जब भारत में कोर्ट मार्शल के बाद सजा-ए-मौत दी जाती है तो फायरिंग स्क्वॉड से सजा देने की इजाजत है।
यह भी पढ़ें: फांसी के बाद भी इंसाफ की लड़ाई लड़ेंगे निर्भया के माता-पिता
दम घोंट कर भी दी जाती है मौत की सजा
- दोषी को एक कमरे में बंदकर दम घुटने वाली गैस छोड़ दी जाती है। इस तरह से मौत की सजा देने की इजाजत सबसे पहले यूएस में दी गई। इसके अलावा जर्मनी की नाजी आर्मी ने सैंकड़ो यहूदियों को भी इसी तरह मौत के घाट उतार दिया था।
बिजली का करंट से दी जाती है सजा-ए-मौत
- एक खास तरह की कुर्सी पर दोषी को बैठाकर बांध दिया जाता है और फिर उसे बिजली के झटके देकर मौत के घाट उतार दिया जाता है। यूएसए के ओहियो, केंटकी, ओक्लाहोमा, दक्षिण कैरोलिना सहित वर्जीनिया में इसे आज भी दोहराया जाता है।
जहरीला इंजेक्शन देने का भी चलन
- अपराधी को जहरीला इंजेक्शन देकर सजा-ए-मौत दी जाती है। अमेरिका में जहरीला इंजेक्शन देकर मृत्युदंड देना आज भी चलन में है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)