काबुल ब्लास्टः बाइडन का एलान ‘न भूलेंगे, न डरेंगे…खोज-खोजकर मारेंगे’
बाइडन ने कहा कि हमारी सरकार काबुल में निकासी अभियान को 31 अगस्त तक पूरा करेगी।
काबुल में हुए बम धमाके और उसमें 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद अमेरिका फिर से अफगानिस्तान में सक्रिय होता दिख रहा है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘ इस हमले को अंजाम देने वाले और अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले ध्यान रखें कि हम तुम्हें बख्शेंगे नहीं। हम यह भूलेंगे नहीं। हम तुम्हें पकड़कर इसकी सजा देंगे। मैं अपने देश के हितों और लोगों की रक्षा करूंगा’
बाइडन ने कहा कि हमारी सरकार काबुल में निकासी अभियान को 31 अगस्त तक पूरा करेगी। साथ ही उन्होंने कमांडरों को निर्देश दिया कि आईएसआईएस- के ठिकानों, नेतृत्व और सुविधाओं पर हमला करने की योजना तैयार करें। बाइडन ने कहा, ‘हम अफगानिस्तान से निकासी अभियान जरूर पूरा करेंगे। हम आतंकवादियों के आगे घुटने नहीं टेकेंगे और ना ही हम उन्हें हमारा निकासी अभियान रोकने देंगे। हम निकासी अभियान जारी रखेंगे।’ राष्ट्रपति ने कहा कि यह तालिबान के हित में है कि वह आईएसआईएस-के को अफगानिस्तान में और पैर ना पसारने दे।
13 शहीद सैनिकों के सम्मान में चार दिन झुका रहेगा अमेरिकी झंडा:
काबुल एयरपोर्ट पर हुए धमाके में 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई, वहीं 18 से ज्यादा सैनिक इसमें घायल हैं। शहीद सैनिकों को सम्मान देने के लिए अमेरिका का राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा। व्हाइट हाउस से मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका का राष्ट्रीय ध्वज 30 अगस्त की शाम तक आधा झुका रहेगा।
कुल 73 लोगों की हुई है मौत:
काबुल हवाई अड्डे के पास गुरुवार (26 अगस्त, 2021) को दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों ने भीड़ को निशाना बनाकर हमला किया। इस हमले में 13 अमेरिकी जवानों समेत कम से कम 73 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है। इस हमले की जिम्मेदारीइस्लामक स्टेट से जुड़े ‘इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत’ (आईएसकेपी) ने ली है।
सैनिकों को बनाया गया था निशाना:
काबुल एयरपोर्ट के ऐबी गेट पर अमेरिका और ब्रिटेन के सैनिक तैनात रहते हैं। पहला धमाका यही पर हुआ था। बताया जा रहा है कि हमलावर फयरिंग करते हुए ऐबी गेट के पास आया और उसने खुद को बम से उड़ा लिया। वही दूसरा धमाका ऐबी गेट के ही नजदीक बैरल होटल के बाहर हुआ। इससे ये अनुमान लगाया जा रहा है कि धमाके का उद्देश्य सैनिकों को ही निशाना बनाना था।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने की निंदा:
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बम धमाके पर बयान जारी करते हुए इसकी निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने कहा- “भारत काबुल बम धमाकों की कड़ी निंदा करता है। हम इस आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। इन हमलों ने दुनिया के आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता के साथ खड़े होने की आवश्यकता पर बल दिया।”
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