साम्प्रदायिक सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित हुए Journalist Mohammad Zubair
2022 में धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में हुई थी गिरफ्तारी
Journalist Mohammad Zubair: साल 2022 में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में गिरफ्तार फैक्ट चेकर पत्रकार मोहम्मद जुबैर को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. गणतंत्र दिवस के खास मौके पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने राज्य सरकार के सांप्रदायिक सद्भावना पुरस्कार से पत्रकार मोहम्मद जुबैर को सम्मानित किया है. जुबैर को तमिलनाडु सरकार ने यह पुरस्कार सोशल मीडिया पर जारी भ्रमक खबरों के पर्दाफाश करने और हिंसा पर लगाम लगाने में उनके योगदान के लिए दिया गया है. आपको बता दें कि पत्रकार मोहम्मद जुबैर ने तमिलनाडु में मजदूरों पर हो रहे हमले के सच की रिपोर्ट पेश की थी.
गणतंत्र दिवस पर दिया गया सम्मान
तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक जुबैर को सांप्रदायिक सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित किया है. इस पुरस्कार से जुबैर को सम्मानित करने को लेकर स्टालिन सरकार ने कहा है कि ’’मार्च 2023 में सोशल मीडिया पर दावा किया गया था कि तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर हमले हो रहे हैं. इस झूठी खबर का पर्दाफाश करते हुए पत्रकार जुबैर ने ऑल्ट न्यूज के माध्यम से बताया था कि तमिलनाडु में कोई हमला नहीं हुआ था. उन्होंने ऐसे दावे वाले वीडियो की सत्यता की जांच भी की थी. इस तरह उन्होंने तमिलनाडु में जाति, धर्म, नस्ल और भाषा के आधार पर होने वाली हिंसा को रोका और झूठी खबरों को फैलने से रोकने का काम किया था.
Really?? A person whose clipped video destroyed the life of #NupurSharma and caused communal killings. He couldn’t find any other person to confer the Religious Harmony Medal. pic.twitter.com/eFQ2lr9e7y
— Cdr Gauri Mishra 🇮🇳 (@CdrGauri) January 26, 2024
जुबैर ने अफवाहों को फैलने से रोका
राज्य सरकार ने प्रशस्ति पत्र में कहा है कि जुबैर ने तमिलनाडु के खिलाफ अफवाहों को फैलने से रोका और जाति, धर्म, नस्ल और भाषा के कारण हुई हिंसा की रोकथाम में मदद की. इसमें कहा गया है कि साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने में उनके द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की सराहना करते हुए थिरु मोहम्मद जुबैर को वर्ष 2024 के लिए कोट्टई अमीर सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार प्रदान किया जाता है. वही साल 2000 में सांप्रदायिक सद्भावना के प्रचार प्रसार के लिए कोट्टई अमीर सांप्रदायिक सद्भावना पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया गया था. मोहम्मद जुबैर कृष्णागिरी जिले के देनकनिकोट्टई के निवासी हैं.
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इस वजह से विवादों में रहे जुबैर, दर्ज हुए थे मुकदमे
गौरतलब है कि साल 2022 में यूपी में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में जुबैर समेत 6 लोगों पर मामला दर्ज किया गया था. यह मामले यूपी के हाथरस, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद में दर्ज किए गए थे. जुबैर पर कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने, व्यंग्यात्मक टिप्पणी करने, हिंदू देवताओं का अपमान करने और भड़काऊ पोस्ट साझा करने का आरोप लगा था. इसके साथ ही इस मामले में दिल्ली में भी जुबैर पर मुकदमा चलाया गया था. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने जुबैर को सभी मामले में जमानत दे दी थी.