मायावती और अखिलेश ने की JNU हिंसा की न्यायिक जांच की मांग

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रों और शिक्षकों से हुई मारपीट की कड़ी निंदा करते हुए इसकी न्यायिक जांच की मांग की है।

अखिलेश ने रविवार देर रात ट्वीट किया, ‘जेएनयू में जिस तरह नकाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है, वह बेहद निंदनीय है। इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिये।’

सरकार पर साधा निशाना-

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जेएनयू में छात्रों और शिक्षकों पर हुआ हमला यह दिखाता है कि सरकार डर दिखाकर राज करने के लिये किस हद तक गिर सकती है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा हिंसा और नफरत फैलाकर समाज का ध्रुवीकरण करना चाहती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भाजपा के उपद्रवी सिपाहियों की तरह काम कर रही है।

मायावती ने भी की हिंसा की निंदा-

इस मामले पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा, ‘JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा।’

JNU में भड़की हिंसा-

जेएनयू परिसर में रविवार रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था।

घटना के बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था। इस हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हुए हैं।

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