जाधव की पत्नी की जूतियों को फोरेंसिक लैब भेजा, कहा- कैमरा या रिकॉर्डिंग चिप की आशंका : पाकिस्तान
कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि कुलभूषण जाधव की पत्नी की जूतियां इसलिए उन्हें वापस नहीं की गईं, क्योंकि इनमें जासूसी में मदद करने वाला कुछ सामान लगा हो सकता है। बुधवार को जांच के लिए इन्हें फोरेंसिक लैब भी भेज दिया गया। जानकारी के मुताबिक जाधव करीब दो साल से पाकिस्तान की जेल में हैं। उन्हें वहां की मिलिट्री कोर्ट ने जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई है। इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने इस पर रोक लगा रखी है। जाधव की मां और पत्नी ने सोमवार को इस्लामाबाद में उनसे मुलाकात की थी।
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जुटी में कैमरा या रिकॉर्डिंग चिप होने का शक
‘पाकिस्तान टुडे’ टीवी चैनल ने फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सर्सन मोहम्मद फैजल के हवाले से कहा कि चेतना (जाधव की पत्नी) की जूतियों में कुछ मैटेलिक ऑब्जेक्ट मिला है। यह कोई स्पाय कैमरा या रिकॉर्डिंग चिप भी हो सकती है। इसके पहले ‘द डॉन’ अखबार की रिपोर्ट में कहा गया था कि जाधव से मुलाकात के पहले उनकी पत्नी की सिक्युरिटी जांच की गई थी। इस दौरान उनकी जूतियों में कुछ मैटेलिक ऑब्जेक्ट मिला। शक होने पर ये जूतियां वहां की सिक्युरिटी एजेंसीज ने अपने पास रख लीं। बाकी सामान जैसे मंगलसूत्र, कंगन और बिंदी वापस कर दी गई। फैजल ने कहा- हमने जाधव की पत्नी को पहनने के लिए अलग से शूज मंगाए और उन्हें दिए।
पाकिस्तान की फॉरेन मिनिस्ट्री का घटिया बेबुनियाद आरोप
भारत ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि पाकिस्तान की फॉरेन मिनिस्ट्री में जाधव की पत्नी और मां से बेहद गलत बर्ताव किया गया। जाधव की पत्नी का मंगलसूत्र, कंगन और यहां तक कि जूतियां भी उतरवा ली गई थीं। जूतियां तो अब तक वापस भी नहीं की गईं। जियो न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन मोहम्मद फैजल ने कहा- जाधव की पत्नी चेतना की जूतियां इसलिए वापस नहीं की गईं, क्योंकि हमें शक है कि उनमें कुछ जासूसी में काम आने वाली विदेशी चीजें लगी हो सकती हैं। हमारी जांच एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं। फैजल ने कहा कि पाकिस्तान की जांच एजेंसियों ने सिर्फ चेतना की जूतियां अपने पास रखी हैं। बाकी सामान जैसे जूलरी और शॉल वापस कर दिए गए हैं। फैजल ने कहा कि चेतना की जूतियों में कुछ फिट हो सकता है। इसलिए इनकी जांच जरूरी है।
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कहीं जूतियों में कैमरा तो फिट नहीं है?
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, जाधव की पत्नी जो जूतियां पहने हुई थीं, उसमें कुछ मेटैलिक ऑब्जेक्ट लगा हुआ है। जांच एजेंसियों को शक है कि ये हाइपर सेंसिटिव स्पाय कैमरा जैसा कुछ भी हो सकता है। कुलभूषण और उनकी मां-पत्नी की मुलाकात के दौरान पाकिस्तान के रवैये के खिलाफभारत सरकार की 8 आपत्तियां
रिक्वेस्ट की थी भारत ने
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था, “आप सभी जानते हैं कि कुलभूषण जाधव से उनकी मां-पत्नी की मुलाकात की रिक्वेस्ट भारत ने की थी।”
सब पहले से तय कर रखा था पाकिस्तान
“इस मीटिंग के पहले दोनों देशों के बीच डिप्लौमेटिक चैनल के जरिए सब कुछ तय किया गया था। दोनों तरफ से सब कुछ साफ था। इसके बावजूद सभी कमिटमेंट्स को किनारा कर भारत को एक तरफ कर दिया गया। इस बात पर सहमति थी कि इस पूरे मामले से मीडिया को दूर रखा जाएगा। इसके बाद भी कई बार पाकिस्तानी मीडिया जाधव परिवार के करीब तक पहुंच गया। उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया गया। जाधव के बारे में झूठी रिपोर्ट चलाई गई।” “सिक्युरिटी के नाम पर कल्चरल और रिलिजियस भावनाओं से छेड़छाड़ की गई। वहां मंगलसूत्र, कंगन और बिंदी जैसी चीजें भी उतरवा ली गईं। कपड़े भी चेंज करने को कहा गया।
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मराठी में बात नहीं करने दिया मां-पत्नी को
“जाधव की मां को मराठी में बातचीत करने से रोका गया। जब भी उन्होंने ऐसा करने की कोशिश की, उन्हें टोका गया। उनसे अंग्रेजी में बात करने को कहा गया। भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर को जाधव की फैमिली से अलग कर दिया गया। उन्हें बिना बताए मीटिंग के लिए ले जाया गया। जाधव और उनकी मां-पत्नी के बीच मुलाकात उनकी मौजूदगी के बिना ही शुरू की गई। उन्हें दूसरे केबिन में रोका गया। रवीश ने बताया- “मुलाकात के पहले जाधव की पत्नी की जूतियां उतरवा ली गईं और मुलाकात के बाद वापस नहीं लौटाई गईं। उन्होंने इस बात को लेकर आगाह किया कि अगर उसने इस बारे में कोई शरारतपूर्ण हरकत की तो ठीक नहीं होगा।”
बहुत तनाव में थे जाधव
रवीश ने बताया- “जाधव बहुत तनाव में थे। ऐसा लग रहा था कि वह काफी दबाव में बोल रहे थे। साफ पता चल रहा था कि पाकिस्तानी पक्ष को साबित करने के मकसद से उनसे कुछ बातें जबरन बुलवाई गई थीं। उनकी सेहत को लेकर भी हमें कुछ शंकाएं हैं। इस मुलाकात में यकीन करने लायक जैसा कुछ भी नहीं है।”
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कब हुई थी जाधव और उनकी मां-पत्नी की मुलाकात
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की सोमवार को मां और पत्नी से मुलाकात हुई थी। यह मीटिंग 47 मिनट चली। पाकिस्तान की फॉरेन मिनिस्ट्री में मुलाकात के वक्त सब कुछ ठीक नहीं था। जाधव और उनकी पत्नी चेतना-मां अवंतिका के बीच एक ग्लास पार्टिशन (कांच की दीवार) थी। जाधव के सामने एक फोन था। इसका स्पीकर ऑन करके बातचीत कराई गई। कुछ दूरी पर इंडियन डिप्लोमैट जेपी सिंह थे। खास बात ये है कि सिंह के सामने भी एक ग्लास पार्टिशन था। यानी वो उस बातचीत को नहीं सुन सकते थे, जो जाधव और उनकी पत्नी-मां के बीच हो रही थी। जब मुलाकात खत्म हो गई, तो पाकिस्तान ने जाधव का नया वीडियो जारी किया। इसमें जाधव कथित तौर पर मीटिंग अरेंज करने के लिए पाकिस्तान सरकार का शुक्रिया अदा करते नजर आते हैं।
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जानिए पूरा मामला?
पाकिस्तान आर्मी का दावा है कि जाधव इंडियन एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के लिए जासूसी कर रहे थे। उन्हें बलूचिस्तान प्रांत से पकड़ा गया। इसके बाद पाक आर्मी के फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (FGCM) ने अप्रैल में फांसी की सजा सुनाई थी। इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने 18 मई, 2017 को फांसी की सजा पर रोक लगा दी थी। पाकिस्तान को कुछ और शर्तें पूरी करने को कहा।
भारत का क्या कहना है?
भारत के अनुसार जाधव को ईरान से अगवा किया गया था। इंडियन नेवी से रिटायरमेंट के बाद वे ईरान में बिजनेस कर रहे थे। हालांकि, पाक का दावा है कि जाधव को बलूचिस्तान से 3 मार्च 2016 को अरेस्ट किया गया था। पाकिस्तान ने जाधव पर बलूचिस्तान में अशांति फैलाने और जासूसी का आरोप लगाया है।