यूपी के एक आईपीएस अफसर ने सरकारी स्कूल को बना दिया कॉन्वेंट सरीखा

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गोरखपुर के पिपरौली ब्लॉक के जीतपुर प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय को देखकर सरकारी और कॉन्वेंट स्कूल में अंतर करना मुश्किल है। स्कूल में छात्र-छात्राओं के पढ़ने के लिए बेहतरीन क्लासरूम, बेंच, चारों ओर हरियाली और साफ-सुथरे टॉइलट। कक्षा 8 तक के इस विद्यालय की सूरत बदली है,
स्कूल को आईजी के गोद लेने के पहले कक्षा एक से पांच तक के बच्चों की संख्या 275 थी। वर्तमान में बच्चों की कुल संख्या 304 है।
इस स्कूल को पूरी तरह से ‘हैपी स्कूल’ बनाना है
वहीं कक्षा छह से आठ तक बच्चों की पहले संख्या पहले 120 थी। जो कि वर्तमान में बढ़कर 174 हो गयी है। आईजी मोहित अग्रवाल कहते हैं कि इस स्कूल को पूरी तरह से ‘हैपी स्कूल’ बनाना है। छात्र-छात्राओं को खुद की सुरक्षा के लिए सेल्फ डिफेंस का कोर्स भी करवाया जाएगा।
ताकि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का भी विकास हो
स्कूल में हर शनिवार को नो बैग डे होता है। इस दिन खेल-कूद, निबंध, वाद-विवाद और नैतिक शिक्षा की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं, ताकि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का भी विकास हो। आईजी मोहित अग्रवाल खुद मंगलवार और शुक्रवार को एक-एक घंटे बच्चों को पढ़ाते हैं।
छात्र-छात्राओं को ‘स्टार ऑफ द मंथ’ चुना जाता है
इसके लिए वह बाकायदा नोट्स भी बनाते हैं, ताकि बच्चों को विषय ठीक से समझाया जा सके और उन्हें रटना न पड़े। छात्र-छात्राओं का हर महीने टेस्ट लिया जाता है। आईजी स्वयं इन बच्चों का पेपर सेट करते हैं। अटेंडेंस व नंबर के आधार पर हर महीने अव्वल आने वाले छात्र-छात्राओं को ‘स्टार ऑफ द मंथ’ चुना जाता है।
छात्र-छात्राओं का हर महीने टेस्ट लिया जाता है
दो माह लगातार अव्वल आने वाले बच्चे को ‘सुपरस्टार ऑफ द मंथ’ का तमगा दिया जाता है। इस स्कूल से कक्षा आठ पास कर निकलने वाले टॉप पांच बच्चों को कॉन्वेंट स्कूल में इंटरमीडिएट तक मुफ्त शिक्षा दिलवाई जाएगी। इसके लिये शहर के एलएफस स्कूल (लिटिल फ्लावर स्कूल) ने हाथ बढ़ाया है। स्कूल का प्रबंधन टॉप पांच बच्चों की इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की जिम्मेदारी लेगा।
(साभार – एनबीटी)
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