खुफिया रिपोर्ट : तबलीगी जमात से गायब 5 महिलाओं सहित 160 दिल्ली में

Intelligence report की प्रतिलिपि दिल्ली सरकार के सचिव स्वास्थ्य सेवाओं को भी भेजी गयी

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निजामुद्दीन बस्ती स्थित तबलीगी जमात मुख्यालय (मरकज) से गायब हुए संदिग्धों में से 160 विदेशी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ही मिल गए हैं। इनमें 10 महिलाएं भी शामिल हैं। Intelligence report में यह बात कही गयी है।

रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि यह संदिग्ध लोग दिल्ली में कहां कहां मौजूद हैं? तलाशे गये लोगों में मिले 13 भारतीयों को भी जोड़कर यह कुल योग 173 हो जाता है। इन सभी ने हाल ही में तबलीगी मुख्यालय का दौरा किया था।

Intelligence report की प्रतिलिपि दिल्ली सरकार के सचिव को भी भेजी गयी

Intelligence report दिल्ली पुलिस की ही खुफिया शाखा (स्पेशल इंटेलीजेंस ब्रांच) द्वारा तैयार की गयी है। जारी खुफिया रिपोर्ट की प्रतिलिपि दिल्ली सरकार के सचिव स्वास्थ्य सेवाओं को भी भेजी गयी है। सचिव स्वास्थ्य सेवाओं को भेजी Intelligence report में साफ-साफ उन स्थानों का उल्लेख है, जहां जहां तबलीगी जमात मुख्यालय से संदिग्ध हालात में गायब हुए लोग ठहरे हैं।

Intelligence report के जरिये सचिव स्वास्थ्य सेवाओं को आगाह किया गया है कि ये सभी लोग तबलीगी जमात के साथ यात्रा कर चुके हैं। यह लोग कोरोना जैसी महामारी के समय में संक्रमण की आशंका के कारण समाज के लिए घातक हो सकते हैं। लिहाजा आगे के इंतजाम दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य विभाग करे। ताकि यह सभी संदिग्ध बाकी भीड़ में शामिल न होने पायें।

जमात के प्रमुख सहित 6 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर

उल्लेखनीय है कि 31 मार्च 2020 (मंगलवार) को ही तबलीगी जमात मुख्यालय से गायब हुए लोगों के बाबत मंगलवार को ही मामला मीडिया में आया था। इसी के बाद मरकज तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना मो. साद कंधावली सहित 6 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गयी। एफआईआर में नामजद साद के कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले 5 और लोग गायब हो गये हैं।

पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच कर रही है। नामजद एफआईआर में वे सब नाम शामिल हैं जिन्हें निजामुद्दीन एसएचओ 23-24 मार्च को बने और फिर वायरल हुए वीडियो में जमात मुख्यालय से भीड़ तुरंत हटाने को हड़काते नजर आ रहे थे। इसके बाद भी जमात हेडक्वार्टर में हजारों की भीड़ बदस्तूर बनी रही।

Intelligence report में कुल 14 जगहों का उल्लेख

Intelligence report में कुल 14 जगहों का उल्लेख है। इन सभी जगहों पर तबलीगी जमात मुख्यालय से अचानक गायब होने के बाद ठहरने वालों की जानकारी है। Intelligence report में पहले नंबर पर सी-ब्लॉक राजीव नगर, भलस्वा डेयर स्थित एक जगह का नाम पता उल्लिखित है। यहां 8 भारतीय ( 4 पुरुष 4 महिलाएं) मिले हैं। इन सभी ने चंद दिन पहले ही तबलीगी मुख्यालय की यात्रा की थी। दूसरे नंबर पर लाल कुंआ चुंगी नंबर-2 , पुल प्रहलादपुर इलाके में 9 इंडोनेशियाई और 2 भारतीय मूल के लोग ठहरे मिले हैं। यह 11 लोग भी कोरोना का बवाल मचने के आसपास तबलीग में गये थे। पुल प्रहलादपुर इलाके में मौजूद एक और स्थान पर भी 9 इंडोनेशियाई मूल के लोगों के साथ 2 भारतीय रहते पकड़े गये।

इस Intelligence report में साफ साफ कहा गया है कि जिन जिन जगहों पर तबलीगी मुख्यालय गये लोग छिपे या रहते हुए मिले हैं, वे सब जगह सार्वजनिक स्थान हैं। इन स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग असंभव सी है। जबकि कोरोना से बचाव का सबसे कारगर उपाय सोशल डिस्टेंसिंग ही है। Intelligence report के मुताबिक, ’14 जगहों में से सबसे ज्यादा 120 विदेशी सिर्फ और सिर्फ इंडोनेशियाई मूल के ही हैं।’

7 देशों के 160 लोग सार्वजनिक स्थानों पर मिले

Intelligence report में आगे इस बात का भी जिक्र है कि छानबीन में कुल 7 देशों के 160 लोग इन सार्वजनिक स्थानों पर मिले हैं। जोकि 14 अलग अलग जगहों पर सामूहिक रुप से रहते पाये गये। इन देशों में मलेशिया, अल्जीरिया, ट्यूनेसिया, बेल्जियम, इटली, किर्गिस्तान भी शामिल है। अलग अलग वक्त पर तबलीगी जमात मुख्यालय से अपनी सुविधानुसार इधर-उधर हुए इन विदेशियों को जहां छिपने रहने की जगह मिली, वे वहीं रुक/छिप गये। कुल 160 विदेशियों सहित एक हिंदुस्तानी महिला सहित 13 भारतीय भी शामिल हैं। इस हिसाब से स्पेशल ब्रांच द्वारा खोजे गये लोगों की कुल संख्या 173 हो जाती है।

स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘सबसे ज्यादा विदेशी मूल के लोग चांदनी महल इलाके में एक ही जगह पर रहते मिले हैं। इन सबकी ट्रैवल हिस्ट्री तबलीगी हेडक्वार्टर की मिली है। इन 21 विदेशियों में 10 सिर्फ इंडोनेशिया के ही हैं। इन 10 में से 5 इंडोनेशियाई मूल की महिलाएं भी हैं। जबकि 7 अल्जीरियाई, 1 ट्यूनीसिया,1 बेल्जियम, 1 इटली का नागरिक है। जबकि एक भारतीय भी यहां रहता हुआ मिला।’

कुछ दिन पहले तबलीगी मुख्यालय की यात्रा की थी

Intelligence report के मुताबिक, ‘इसी तरह से उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले के वजीराबाद इलाके में स्थित गली नंबर – 9 थाना वजीराबाद क्षेत्र में 12 इंडोनेशियाई मूल के लोगों सहित 2 भारतीय भी मिले हैं। इन सबने भी कुछ दिन पहले ही तबलीगी मुख्यालय की यात्रा की थी। सबसे ज्यादा 13 किरगिस्तानी मूल के लोग थाना मालवीय नगर के हौजरानी इलाके में पाये गये हैं। इसी तरह उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले शास्त्री पार्क इलाके में एक साथ 13 इंडोनेशिया मूल के लोग मिले हैं।’

बुधवार दोपहर बाद बात करते हुए रोहिणी जिला एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस डी मिश्रा ने कहा, पांच अलग अलग मकानों में छिपकर रहते हुए 15 लोग मिले हैं। यह सभी इंडोनेशियाई मूल के हैं। इन सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए फिलहाल दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अलग अलग जगहों पर ले जाकर रख दिया है।

क्वारंटाइन में रहने वालों ने बताया कि वे पंजाब से दिल्ली पहुंचे

Intelligence report के मुताबिक एसडीएम कंझावला और कंझावला थाना पुलिस ने भी दो अलग अलग मकानों में 23 लोगों को क्वारंटाइन करके रखा है। इन सभी को कुतुबगढ़ गांव में रखा गया है। एक मकान में 19 और दूसरे मकान में 4 लोग रखे गये हैं। फोन पर बुधवार दोपहर बाद बात करते हुए इसकी पुष्टि रोहिणी जिले के एडिश्नल पुलिस कमिश्नर एसडी मिश्रा और कुतुबगढ़ गांव निवासी आनंद राणा ने भी की है। जिन लोगों को दोनों मकानों में क्वारंटाइन करके रखा गया है, उन सबने खुद के बारे में बताया कि, वे सब पंजाब से दिल्ली पहुंचे थे।

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