इन जगहों पर केवल भारतीयों के लिए है ‘नो-एंट्री’, जानें क्यों?
हमारे संविधान ने हमें अपने ही देश में कहीं भी बिना रोक-टोक के आने-जाने और बसने का अधिकार दिया गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में भी ऐसी कई जगह हैं, जहां भारतीयों के जाने पर पाबंदी है यानी नो-एंट्री है।
भारत में मौजूद ऐसी जगहों पर सिर्फ विदेशी लोगों को ही जाने की अनुमति है। तो फिर आइए जानते हैं, ऐसी जगहों के बारे में…
गोवा के बीच-
अपनी मनमोहक बीचों के लिए प्रसिद्ध गोवा में कुछ समुद्री किनारों पर विदेशी पर्यटकों के अलावा किसी भी भारतीय को जाने की अनुमति नहीं है। यहां पर बहुत से पर्यटक हर वर्ष घुमने और छुटियां मनाने आते हैं, लेकिन इन बीचों पर केवल विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा नजर आता है।
बेंगलुरु का यूनो-इन-होटल-
बेंगलुरु ऐसा शहर है, जिसकी गिनती देश के मॉडर्न शहरों में होती है। लोग यहां की नाइट लाइफ भी पसंद करते हैं। लेकिन इस शहर के यूनो-इन-होटल में भारतीयों के जाने पर प्रतिबंध था। 2012 में इसके अस्तिव में आने के बाद से ही सिर्फ जापानियों को ही जाने की इजाजत थी। लेकिन दो साल बाद ही नस्लीय भेदभाव के आरोपों के चलते होटल को बंद कर दिया गया था।
चेन्नई के होटल और लॉज-
चेन्नई में भी ऐसे कई होटल और लॉज देखने को मिलते है, जहां पर जिनके पास विदेशी पासपोर्ट होता है, उन्हें ही यहां ठहरने की इजाजत मिलती है। खबरों के मुताबिक, इन होटलों व लॉज पर भारतीय नीतियां लागू नहीं होती है।
पुडुचेरी के समुद्री बीच-
गोवा के साथ ही पुडुचेरी में भी ऐसे समुद्री बीच हैं, जहां पर भारतीयों के जाने की अनुमति नहीं है। यहां भी ऐसे कई बीच हैं, जहां सिर्फ विदेशी ही जा सकते हैं। भारतीय लोगों के लिए यहां नो-एंट्री है।
हिमाचल का फ्री-कसोल कैफे-
हिमाचल के कसोल में फ्री कसोल नाम के एक कैफे में आपको लोगों की काफी भीड़ नजर आएगी, लेकिन इसमें कोई भी भारतीय नहीं दिखाई देगा। 2015 में लगे आरोपों के अनुसार, इसमें सिर्फ इजरायली लोगों को ही जाने की इजाजत है।
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