जश्न-ए-आजादी : यहां रात के 12 बजे फहराया जाता है तिरंगा
आज भारत देश अपनी आजादी के 70 साल का जश्न मना रहा है जगह-जगह तिरंगा फहराया गया और मिठाई खिलाकर एक दूसरे का मुंह मीठा किया जा रहा है। इस आजादी को पाने के लिए हमारे देश के शहीदों ने एक लंबी संघर्ष की लड़ाई लड़ी थी जब जाकर कहीं 15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था।
लाखों जान देकर आजादी पाई
इस आजादी की की कीमत हमने लाखों जान देकर पाई हैं। देश को स्वतंत्र कराने के लिए हजारों माओं ने अपने बेटों की बलि दे दी तब जाकर कहीं हमारे हिस्से में आजादी की सुबह आई। आज पूरा देश आजादी की इस खुशी को लोगों के बीच तिरंगा फहरा कर मना रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि देश में एक ऐसी जगह भी है जहां पर रात के 12 बजे तिरंगा फहराया जाता है।
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बिहार के पुर्निया में रात के 12 बजे फहराया जाता है तिरंगा
आप को जानकर हैरानी होगी कि बिहार के पुर्निया में आधी रात को झंडा फहराने की परंपरा चली आ रही है। बताया जाता है कि यह परंपरा स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर प्रसाद सिंह ने शुरू की थी। कहा जाता है कि जब भारत की आजादी की घोषणा लॉर्ड माउंटबेटन ने की थी तब रामेश्वर सिंह ने अपने साथियों के साथ अगस्त क्रांति चौक पर करीब 10 हजार लोगों के साथ आधी रात को ही ध्वजारोहण किया था।
इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उनके बेटे और पोते ने इसे जारी रखा और आज भी यहां पर रात के 12 बजकर 1 मिनट पर झंडा फहराया जाता है। यहां के लोगों का कहना है कि हमने सभी लोगों के सामूहिक प्रयासों से इसे अबतक जारी रखा है। लोगों का कहना है कि ऐसी परंपरा सिर्फ बाघा बॉर्डर और इस चौक पर ये परंपरा अब तक जीवित है।
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