भारत ने जमीन से हवा में मार करने वाले आकाश मिसाइल का सफल परीक्षण किया

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मंगलवार को भारत ने अपनी जमीन से हवा में मार करने वाले आकाश सुपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस स्वदेशी मिसाइल ने एक यूएवी ‘बंशी’ को सफलतापूर्वक निशाने पर लिया। यह टेस्ट मंगलवार दोपहर चांदीपुर की एकीकृत टेस्ट रेंज में किया गया।

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अधिकारियों ने बताया कि रेडारटेलिमेट्री, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल और ट्रैक के आधार पर मिसाइल ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यह सुपरसोनिक मिसाइल पहला स्वदेशी मिसाइल है जिसे जमीन से हवा में मार करने के लिए सेना में शामिल किया गया है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, ‘इस टेस्ट के बाद भारत ने सतह से हवा में किसी भी मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता हासिल कर ली है।’ चीन से मुकाबला करने के लिए भारत ने आकाश मिसाइल के लिए वियतनाम को भी ऑफर दिया है।

बलिस्टिक मिसाइलों को भी आसानी से निशाना बना सकता है

आकाश की मारक क्षमता लगभग 25 किलोमीटर है और यह 55 किलोग्राम तक का आयुध अपने साथ ले जा सकता है। यह किसी भी मौसम में काम कर सकता है और मीडियम रेंज एयर टारगेट को निचले, मध्यम और ऊंचाई पर टारगेट कर सकता है।

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रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया आकाश मिसाइल लड़ाकू विमानों, क्रूज़ मिसाइल और हवा से जमीन पर वार करने वाले बलिस्टिक मिसाइलों को भी आसानी से निशाना बना सकता है।

परीक्षण के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और सेना को बधाई

इसका सिस्टम इस तरह से डिजाइन किया गया है कि कई तरफ से आते खतरों को एकसाथ आसानी से निशाना बनाया जा सके। इस मिसाइल में रैमजेट रॉकेट सिस्टम इस्तेमाल किया गया है जो ऑटोपायलट सिस्टम से लैस है। इससे इस मिसाइल की मारक क्षमता और अधिक सटीक हो जाती है। यह परीक्षण डीआरडीओ के डायरेक्टर जनरल (मिसाइल) और रक्षा मंत्री के सलाहकार जी. सतीश रेड्डी के देखरेख में किया गया। इस मौके पर डीआरडीओ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। रेड्डी ने आकाश मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और सेना को बधाई दी।

(साभार – एनबीटी)

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