कानपुर में ब्लैक-मनी के सिंडिकेट पर आयकर का छापा,कोलकाता से मिली लीड…

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कानपुर-लखनऊ में ज्वेलर्स कारोबारी और रियल एस्टेट प्रमोटर के ठिकानों पर आयकर की रेड दूसरे दिन भी जारी है. कानपुर में 17 जगहों पर छापेमारी चल रही है. इनमें ज्वेलर्स कारोबारी कैलाश अग्रवाल, इनके भाई अमरनाथ अग्रवाल और रियल एस्टेट कंपनी एमरॉल्ड के प्रमोटर शामिल हैं. इसके अलावा लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता में भी इनसे जुड़े 38 ठिकानों पर रेड चल रही है.आयकर अधिकारियों ने अब तक 1200 करोड़ के लेनदेन से जुड़े डॉक्यूमेंट सीज किए हैं. अफसरों की टीम ने दस्तावेज, लैपटाप, कंप्यूटर और मोबाइल तक जब्त कर लिए हैं. अभी जांच चल रही और सभी से पूछताछ की जा रही है. आयकर की इस कार्रवाई में 300 से ज्यादा अधिकारियों को लगाया गया है।

बड़ी मात्रा में खपाया जा रहा था पैसा…

दरअसल एक फर्म के अकाउंट में 2 हजार के नोटों को तेजी से जमा कराया जा रहा था. विभाग को यह भी पता चला कि 2000 के नोट ऐसे लोग जमा करा रहे थे, जिनके पास पैन कार्ड नहीं था. इसी से आयकर विभाग को क्लू मिला. पड़ताल की. तो कानपुर-लखनऊ की कंपनियों के नाम सामने आए. इसके बाद रेड का एक्शन प्लान किया. आयकर विभाग को अंदेशा है कि सिंडिकेट बनाकर रियल एस्टेट समेत अन्य धंधों में ब्लैक मनी को खपाया जा रहा है।

रियल एस्टेट कारोबारियों में शुमार…

कानपुर  के बड़े रियल एस्टेट कारोबारियों में शुमार संजीव कुमार झुनझुनवाला के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की है. वह छह प्राइवेट या सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी (एलएलपी को छोड़कर) में वर्तमान निदेशक है.संजीव की सबसे पहले मोतीलाल पदमपत उद्योग प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक बने थे. इस समय रितु पेटांगन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं।

गुलाबी नोट बंद होने पर जमा हुई ब्लैक मनी…

सूत्रों के मुताबिक, जब से दो हजार का नोट बंद हुआ है. तब से बाजार में तेजी से नोट बाहर आने लगे. कारोबारी एक हद तक बैंक में दो हजार का नोट जमा कर सकते हैं. उससे ज्यादा नोट जमा करने पर वे आयकर के शिकंजे में आ सकते हैं. आयकर बड़ी कंपनियों के खातों में नजर रख रही थी. इस बीच एक खाते में जरूरत से ज्यादा नोट जमा होने की लीड आयकर विभाग को मिली तो अधिकारियों ने खाते को खंगालना शुरू किया. जिससे अधिकारियों ने कानपुर से जुड़े ज्वेलर्स, चांदी कारोबारी और प्रमोटर की लिंक मिल गया।

कारोबारी बड़ी संख्या में जुटाते थे फंड… 

प्रमोटर प्रोजेक्ट लाता था और कारोबारी बड़ी संख्या में फंड जुटाते थे. इसमें 2 हजार के नोटों को बड़ी मात्रा में खपाया जाता था. इसमें बाजार से जुड़े लोगों के मुताबिक ज्वेलर्स भाई बुलियन हैं. ये बैंक से चांदी खरीदकर बाजार में बेचते हैं.इसके अलावा दो भाई सोने का भी व्यापार करते हैं. दोनों भाइयों से चांदी कारोबारी भी जुड़े थे. छोटे कारोबारी कैश में चांदी और सोना खरीदते हैं. इस नगदी को खपाने के लिए रियल एस्टेट समेत अन्य धंधों में पैसा खपाया जाता था. ज्वेलरी कारोबारी भाइयों की फर्म का सालाना टर्नओवर 14 हजार करोड़ का मिला है. जबकि फर्म का 1700 करोड़ दिखाया गया है।

कोलकाता से ब्लैक मनी को खपाए जाने की लीड…

बता दे कि आयकर विभाग को कोलकाता से ब्लैक मनी को खपाए जाने की लीड मिली थी। जब आयकर टीम ने पड़ताल की तो पता चला कि कानपुर से सिंडिकेट ऑपरेट हो रहा है। कानपुर से फंड जुटाकर लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता के प्रोजेक्ट में लगाया जा रहा है। इस सिंडिकेट में और भी लोग शामिल हैं। जिनके नाम आयकर की जांच में खुलेंगे।

कई कंपनियों में डायरेक्टर हैं संजीव…

उत्तर प्रदेश  की मोतीलाल पदमपत उद्योग प्राइवेट लिमिटेड से भी जुड़े हैं। जिसका काम खाद्य उत्पादों और पेय पदार्थों का निर्माण करना है निर्माण से जुड़ी कंपनी अव्यय कंस्ट्रक्शन वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड से भी संजीव जुड़े है। रियल एस्टेट गतिविधियों की कंपनी कपिलेश टेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और रितु हाउसिंग लिमिटेड में संजीव निदेशक है। ये पश्चिम बंगाल में रजिस्टर्ड कंपनी जेके एग्री जेनेटिक्स लिमिटेड, सनग्लो वाणिज्य प्राइवेट लिमिटेड, पल्लवी गुड्स प्राइवेट लिमिटेड और बंगाल, एमपी चीनी इंडस्ट्रीज लिमिटेड और असम कंपनी लिमिटेड से जुड़े हैं।

प्रोजेक्ट को लेकर फाइलें खंगाल रही-IT

कानपुर में आयकर विभाग ने प्रोजेक्ट एमरॉल्ड के प्रमोटर संजीव झुनझुनवाला के ठिकानों पर भी छापा मारा है. झुनझुनवाला का एमरॉल्ड गार्डन हाउसिंग प्रोजेक्ट शहर के पॉश इलाके में है. सूत्रों के मुताबिक. IT की टीमें अब इस प्रोजेक्ट को लेकर फाइलें खंगाल रही हैं. इसमें एक-एक फ्लैट की कीमत करोड़ों में हैं. इस बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट में कई बड़े कारोबारियों का पैसा लगा है. आयकर विभाग ने उनके प्रतिष्ठानों पर भी छापेमारी की।

इन ठिकानों पर हो रही कार्रवाई…

कानपुर में ज्वेलर्स भाइयों के सिविल लाइंस स्थित बंगले, उनके प्रतिष्ठान चौक सर्राफा, बिहराना रोड, नयागंज, चांदी कारोबारियों के घर और वाग्ला बिल्डिंग स्थित प्रतिष्ठान, संजीव झुनझुनवाला के गुटैया में एमराल्ड स्थित चैंबर, मोती विहार और पोखरपुर के ठिकाने पर छापा मारा गया है।

एक-एक फ्लैट की कीमत करोड़ों में…

संजीव झुनझुनवाला ने कानपुर के पॉश एरिया में एमराल्ड गार्डन नाम से बड़ा हाउसिंग प्रोजेक्ट खड़ा किया. सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग की टीमें अब इस प्रोजेक्ट को लेकर फाइलें खंगाल रही हैं. इसमें एक-एक फ्लैट की कीमत करोड़ों में हैं. इस बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट में कई बड़े कारोबारियों का पैसा लगा हुआ है. आयकर विभाग ने उनके प्रतिष्ठानों पर भी छापेमारी की है।

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