नवरस का सही अनुपात हो तो जीवन पूर्ण हो जाता है: महापौर
लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान एवं सांस्कृतिक विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय अंतर्विभागिय नवरस प्रतियोगिता माइंडज़िला का शुभारम्भ लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने द्वीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौक़े पर महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बच्चों की प्रतिभाओं को मंच प्रदान होता है। पढ़ाई के साथ ही बच्चों को हर तरह की गतिविधियों में प्रतिभाग करना चाहिए। महापौर ने आगे कहा कि जब हम कोई अच्छी किताब पढ़ते हैं, अच्छा नाटक या सिनेमा देखते हैं तो निश्चित ही हमें आनंद मिलता हैं। इसी तरह हर भाव में एक रस होता हैं और इसी तरह विभिन्न रसों के बीच में संतुलन होना चाहिए, जीवन में नवरस का सही अनुपात हो तो यह हमारे जीवन को पूर्ण कर देते हैं।
मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्षा मधुरिमा प्रधान में बताया कि माइंडज़िला नामक प्रतियोगिता की थीम नवरस था जिसमें विभिन्न गतिविधियाँ जैसे संरचना, काव्यंजलि, रंगरेज, चित्रलेखा, प्रचार प्रसार, तर्क-वितर्क, मौसिकी एवं रंगमंडली के द्वारा नवरसो का अत्यंत रोचक प्रस्तुतीकरण किया गया जिसमें 22 विभागों के 200 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर कुलपति एसपी सिंह सहित अन्य गणमान्य जनो ने भी सम्बोधित किया।
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