IIT-BHU Gangrape Case: अब परिसर में स्वस्थ्य वातावरण के लिए छात्र खोलेंगे मोर्चा
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में आईआईटी की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद छात्र संगठनों ने मोर्चेबंदी की तैयारियां शुरू कर दी हैं. कल तक विपक्षी दलों को कठघरे में खड़ा करनेवाली सत्ताधारी पार्टी से जुड़े होने की खबरों के बाद अब उन्हें कठघरे में खड़ा करने की तैयारी है. कुछ छात्रनेताओं ने कहाकि समय आने पर हम अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे. जबकि भगत सिंह मोर्चा ने कहा है कि वह परिसर से अराजकता और बाहरी लोगों प्रवेश पर पाबंदी लगाने के साथ वातावरण को स्वच्छ बनाने की लड़ाई लड़ी जाएगी.
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गौरतलब है कि एक नवम्बर की देर रात बीएचयू आईआईटी के पास छात्रा के दोस्त को मारने-पीटने के बाद तीन लोगों ने छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया था. इस मामले को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों ने कई दिनों तक व्यापक आंदोलन किया था. घटना के 60 दिन के बाद तीनों आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद जैसे-जैसे घटनाक्रम लोगों के सामने आता जा रहा है लोगों के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं. प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र हुई इस शर्मनाक घटना की हलचल देशभर में है.
पुलिस कार्रवाई पर सवालिया निशान
विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं. बीएचयू के भगत सिंह मोर्चा की सेक्रेटरी इप्शिता ने कहाकि 2 महीने के बाद आरोपितो को पकड़ा जा सका है, जबकि यह पता चला कि घटना के चार दिन के बाद ही पुलिस आरोपितों की पहचान कर चुकी थी. इसके बाद आरोपितों का मध्यप्रदेश में पार्टी के प्रचार के लिए जाने व आने के बाद गिरफ्तारी के खुलासे ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर पर सवाल खड़े कर दिये हैं. मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनावों में पार्टी की छवि खराब न हो इसलिए मामले को दबाया जा रहा था.
गैंगरेप के आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, छात्राओं की सुरक्षा समेत तमाम विदुओं पर परिसर में जल्द आंदोलन की तैयारी के आसार है. इप्शिता ने बताया कि भगत सिंह मोर्चा व अन्य छात्र संघठन जल्द ही धरने पर बैठ सकते हैं. भगत सिंह मोर्चे की प्रमुख मांग होगी कि विश्वविद्यालय में भाजपा नेताओं के आएदिन आगमन पर रोक लगाई जाय. इन बड़े नेताओं के जरिए तमाम कार्यकर्ता भी परिसर में घुसकर माहौल को खराब करने का प्रयास करते हैं. विश्वविद्यालय में भाजपा के नेताओं का आना आम हो गया है. आएदिन किसी न किसी कार्यक्रम में उन्हें अतिथि के तौर पर बुलाया जाता है. इस मामले में एबीवीपी के छात्रनेताओं से प्रतिक्रिया के लिए फोन पर सम्पर्क का प्रयास किया गया लेकिन व्यस्तता का हवाला दिया जाता रहा.
कैसा है विश्वविद्यालय में सुरक्षा इंतजाम
आईआईटी की छात्राओं ने बातचीत में आरोपितों की गिरफ्तारी पर खुशी जाहिर की. बताया कि घटना के बाद से ही सुरक्षा में कुछ सुधार हुआ है. छात्रावास के समीप पिंक बूथ स्थापित हुआ. प्रीटोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मी परिसर में चक्रमण करते रहते हैं. रात 10 बजे के बाद महिला छात्रावास के मार्गों पर फाटक लगाया जा रहा है. हालांकि रात में बाहरी युवकों का विश्वविद्यालय में घूमना अभी भी जारी है. इसको लेकर बीएचयू प्रशासन को सख्त निर्णय लेना चाहिए.