वाराणसी: भेलूपुर थाना अंतर्गत मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर सैकड़ो की संख्या में आउटसोर्सिंग गार्ड पहुंचे. उन का आरोप है कि बिना कोई कारण बताएं उन्हें 5 – 6 महीने में ही हटा दिया गया. जबकि भर्ती के समय उन्हें कहा गया था कि आपको 5 साल के लिए भर्ती किया जा रहा है. 5 साल बाद पुनः आपको रिनुअल कर दिया जाएगा. सीएमओ कार्यालय पर पहुंचे सिक्योरिटी गार्ड का का कहना था कि उन्हें को गोअर टेक्नो इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा भर्ती किया गया था.
लखनऊ के हजरतगंज में ऑफिस
आउटसोर्सिंग गार्ड ने बताया कि इस कंपनी का ऑफिस लखनऊ के हजरतगंज में हैं, जहां पर हम लोगों को भर्ती किया गया था. वही गार्डों का कहना है कि हम वाराणसी के शिव प्रसाद गुप्त चिकित्सालय मैं कार्यरत है. उन्होंने बताया कि हम महिला और पुरुष सुरक्षा गार्ड अस्पतालों में कार्य करते थे. गार्ड ने आरोप लगाया कि हमें व्हाट्सएप के माध्यम से हमें अचानक मैसेज मिला कि हमें अपने कार्य से मुक्त कर दिया गया है. वहीं महिला और पुरुष का कहना है कि नौकरी से निकलने के बाद हम लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति आ गई है.
भर्ती के समय ली गई 1 लाख की घूस
हम लोग अब अपने परिवार का भरण पोषण किस तरह करेंगे.उनका कहना है की भर्ती के नाम पर प्रत्येक लोगों से 100000 से ऊपर लिया गया था.कुछ लोग तो ऐसे थे जो कर्जा लेकर इस नौकरी में आए थे. उन्होंने कहा कि जो कर्ज लेकर आए हैं अभी तक उसी की भरपाई हम लोग नहीं कर पाए हैं, और हमें नौकरी से निकाल दिया गया. उन्होंने बताया कि हमारे बीच से ऐसे गार्ड हैं जो आत्महत्या करने जा रहे थे परंतु हम लोगों ने किसी भी प्रकार से उन्हें समझा कर इसके लिए मना किया.उनका कहना है कि हम लोग जगह-जगह फरियाद कर रहे हैं परंतु हमारी फरियाद को सुनने वाला कोई नहीं है हमें भगा दिया जा रहा है. वही कार्टून ने कहा कि हम लोग पत्रक लेकर आए हैं जो सीएमओ कार्यालय पर रिसीव कर दिए हैं.