कौन हैं 23 साल के जोशुआ वोंग, जिसने चीन की नाक में किया दम
हांग-कांग के युवा गुस्से में हैं। हांग-कांग के प्रदर्शनकारियों को चीन में लाकर मुकदमा चलाने के लिए एक विधेयक लाया गया है। विधेयक को लेकर युवाओं में आक्रोश की लहर दौड़ गई।
जोरदार प्रदर्शन हुआ जिसके मद्देनजर हांग-कांग की सरकार ने विधेयक वापस तो ले लिया लेकिन प्रदर्शन अभी तक खत्म नहीं हुआ। प्रदर्शनकारी हांग-कांग में अधिक लोकतांत्रिक अधिकारों की मांग कर रहे हैं।
इस बीच एक चेहरे ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। 23 साल का एक दुबला-पतला लड़का जिसके आंदोलन ने दुनिया के बाहुबली चीन की ताकत को चुनौती दे डाली। नाम है जोशुआ वोंग। इस विधेयक के खिलाफ जोशुआ वोंग ने प्रदर्शन शुरू किया।
‘दुनिया के महानतम नेताओं’ में शुमार-
जोशुआ वोंग ची-फंग हांग-कांग में लोकतंत्र स्थापित करने वाली पार्टी डोमोसिस्टो के महासचिव हैं। राजनीति में आने से पहले उन्होंने एक स्टूडेंट ग्रुप स्कॉलरिजम की स्थापना की थी।
उन्होंने साल 2014 में अपने देश में आंदोलन छेड़ने के कारण दुनिया की नजर में आए और अपने अंब्रेला मूवमेंट के कारण प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका टाइम ने उनका नाम 2014 के सबसे प्रभावी किशोरों में शामिल किया।
2015 में फॉर्च्यून मैगजीन ने उन्हें ‘दुनिया के महानतम नेताओं’ में शुमार किया। जोशुआ वोंग ने महज 22 साल की उम्र में 2018 के नोबल पीस प्राइज के लिए भी नामित हुए।
लाखों लोगों का प्रदर्शन जारी-
पिछले कई दिनों से हांग-कांग की सड़कों पर लाखों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। एयरपोर्ट पर उड़ानें कैंसल हो गई है। प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया। इस कारण वहां से एक भी विमान उड़ान नहीं भर पाया।
एयर इंडिया ने भी हांग-कांग के अपने सारे फ्लाइट्स कैंसिल कर दिए। खास बात यह है कि हांग-कांग में चीन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन की अगुवाई वहां की युवा आबादी कर रही है।
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