एक देश, होली खेलने के तरीके अनेक, देखें तस्वीरें
भारत के विभिन्न-विभिन्न हिस्सों में होली का त्यौहार मनाया जाता है
पश्चिम बंगाल-
पश्चिम बंगाल में होली का आयोजन तीन दिन तक चलता है, जिसे ‘डोली जागा’ नाम से जाना जाता है। भगवान श्रीकृष्ण के मंदिरों के आस-पास कागज, कपड़े व बांस से मनुष्य की प्रतिमाएं बनाई जाती हैं और छोटी-छोटी पर्णकुटियों का भी निर्माण किया जाता है। शाम के समय मनुष्य की प्रतिमाओं के समक्ष वैदिक रीति से यज्ञ किए जाते हैं और यज्ञ कुंड में मनुष्य की प्रतिमाएं जला दी जाती हैं। उसके बाद लोग हाथों में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमाएं लेकर यज्ञ कुंड की सात बार परिक्रमा करते हैं।
अगले दिन सुबह भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा को एक झूले पर सजाया जाता है और पुरोहित मंत्रोच्चार के साथ उसे झूला झुलाता है। इस दौरान वहां उपस्थित लोग भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा पर अबीर-गुलाल उड़ाते हैं। विधिवत पूजा अर्चना के बाद पुरोहित उस अबीर-गुलाल को उठाकर उसी से वहां उपस्थित लोगों के मस्तक पर टीका लगाता है। इसके बाद दिनभर लोग रंगों से आपस में होली खेलते हैं।