अप्रैल में गर्मी का कहर जारी, काशी के घाटों पर सन्नाटा

वाराणसी में इस बार अप्रैल में ही गर्मी मई-जून का एहसास करा रही है

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अप्रैल में गर्मी का कहर जारी, काशी के घाटों पर सन्नाटा

वाराणसी में इस बार अप्रैल में ही गर्मी मई-जून का एहसास करा रही है और अपने ही सारे रिकार्ड तोड़ रही है. चिलचिलाती गर्मी से हर कोई परेशान है. मौसम का रूख देख कर लोगों को लग रहा है कि इस बार भीषण गर्मी पड़ेगी. जिले में बीते शनिवार का दिन पूरे यूपी में सबसे गर्म रहा. ऐसी ही स्थिति रविवार और सोमवार को भी महसूस करने को मिली. बेतहाशा गर्मी के कारण वाराणसी के प्रसिद्ध घाटों पर पूजा-पाठ कराने वाले पुरोहित और पंडित भी परेशान हैं. दरसअल, वाराणसी में अचानक तापमान में उछाल आया है और इसका सीधा असर अब यहां घाटों पर पूजा-अनुष्ठान कराने वाले पुजारियों पर पड़ रहा है.

तेज धूप के कारण घाटों पर छाया रहा सन्नाटा

वाराणसी में गर्मी का आलम ये है कि पर्यटक और श्रद्धालुओं से खचाखच रहने वाले घाटों पर इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है. सुबह से लेकर शाम तक ऐसी ही स्थिति घाटों पर देखने को मिल रही है. दशाश्वमेध, अस्सी, केदार घाट, पंचगंगा घाट समेत सभी दूसरे घाटों का भी हाल ऐसा ही है. ऐसा इसीलिए क्योंकि धूप इतनी तेज है कि कोई भी श्रद्धालु या पर्यटक बाहर नहीं निकलना चाहता.

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पुरोहितों को हो रही मुश्किलें

वाराणसी में दिन शुरू होने के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या कम होते जा रही है. सुबह करीब 8 बजे से शाम 5 बजे तक ऐसी ही स्थिति सभी घाटों पर देखने को मिल रही है. धूप चढ़ने के साथ ही श्रद्धालु घाट से दूरी बना ला रहे हैं. इसके चलते पूजा अनुष्ठान के लिए पुरोहितों को यजमान नहीं मिल रहे जिसके कारण उन्हें काफी मुश्किलों का सामना कर पड़ रहा है.

मई -जून वाली गर्मी अप्रैल में

हालांकि मई -जून के महीने में ऐसी गर्मी देखने को मिलती थी लेकिन इस बार अप्रैल में ही गर्मी ने अपना कहर बरसाना शुरू कर दिया है. धूप की तेजी के कारण ऐसी स्थिति अभी से देखने को मिल रही है. इस कारण पंडित, पुरोहितों के आजीविका पर भी संकट मंडरा रहा है. बताते चलें कि बीते शनिवार को वाराणसी में पारा 43 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है.

Written By: Harsh Srivastava

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