कावड़ यात्रा को लेकर सरकार की गाइडलाइंस, इन चीजों पर लगाया प्रतिबंध…

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उत्तर प्रदेश में आगामी सावन महीने में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर इस बार कई सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं. यूपी सरकार ने इसे लेकर दिशानिर्देश भी जारी किए हैं। कांवड़ यात्रा में  जाने के लिए आपके पास आपका पहचान पत्र होना जरूरी है. अगर पहचान पत्र साथ में नहीं ले जाते हैं. तो आपको कांवड़ यात्रा की इजाजत नहीं मिलेगी. चलिए जानते हैं. इस बार किन किन चीजों पर पाबंदी लगाई गई है।

कब से शुरू होगी कांवड़ यात्रा…

आपको बता दें कि इस साल ये कांवड़ यात्रा 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलने वाली है. माना जाता है कि कांवड़ के जरिए गंगा जल शिव भगवान को अर्पित करने से भोलेनाथ काफी प्रसन्न होते हैं. और अपने भक्तों को सारे कष्टों से मुक्त कर देते हैं. कांवड़ यात्रा का जिक्र ‘वाल्मिकी रामायण’ में भी मिलता है।

12 फुट से अधिक ऊंचे कांवड़ पर पाबंदी…

कांवड़ यात्रा  के दौरान 12 फीट से ज्यादा ऊंचाई वाले कांवड़, भाला, त्रिशूल और ऐसे किसी भी तरह का सामान रखने की अनुमति नहीं होगी. इसके साथ ही डीजे कंसोल पर अश्लील गाने बजाने की भी अनुमति नहीं होगी. साथ ही कांवड़ मार्गों पर वाहनों की आवाजाही नहीं होगी. योगी सरकार ने इसको लेकर कुछ जिलों में अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं और इनका सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर कार्रवाई.

इतना ही नहीं यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर भी नजर रखने को कहा गया. ऐसी गतिविधियों मे शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए है. अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पांच जोन में बांटा गया है.

साफ-सफाई का रखा जाएगा विशेष ध्यान…

कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार ने कहा. कि यात्रा मार्ग के दोनों तरफ साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. और यह सुनिश्चित करना होगा कि यह प्लास्टिक मुक्त हो. उन्होंने बैठक में उपस्थित हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली के अधिकारियों से भी कहा. कि वे समन्वय स्थापित करने के लिए यात्रा से जुड़े अधिकारियों की संख्या साझा करें. ट्रैफिक डायवर्जन, पार्किंग और स्वास्थ्य शिविर लगाने की योजना भी तैयार की गई है. डीजीपी ने बताया कि यह बैठक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आयोजित की गई थी.

रास्तों में शौचालय व स्नानागार की व्यवस्था…

संजय प्रसाद ने कहा कि एंटी-वेनम और एंटी-रेबीज वैक्सीन को चिकित्सा शिविरों में स्टोर किया जाना चाहिए. रास्तों में शौचालय व स्नानागार की व्यवस्था होनी चाहिए. अप्रिय घटना को रोकने के लिए घाटों पर बैरिकेडिंग की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि महिला कांवड़ियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए प्रशासन को यात्रा के दौरान उन्हें बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करनी चाहिए. इसके साथ ही जिले में कोई बड़ा आयोजन या परीक्षा हो तो स्थानीय अधिकारी तत्काल राज्य सरकार को सूचित करें. पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करे।

कांवड़ियों को सुरक्षा और जरूरी सुविधाएं मुहैया …

इसके साथ ही पुलिसकर्मियों को श्रद्धालुओं के साथ शालीनता से पेश आने का निर्देश दिया गया है. अधिकारी ने कहा कि उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के अधिकारियों को कांवड़ शिविरों और सामुदायिक भोज (भंडारों) की अनुमति देने से पहले कांवड़ संघों से बातचीत करने के लिए कहा गया है. प्रसाद ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी कांवड़ियों को सुरक्षा और जरूरी सुविधाएं मुहैया कराएं।

प्लास्टिक मुक्त कांवड़ यात्रा…

श्रावण महीने की शुरुआत के साथ शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा इस साल प्लास्टिक मुक्त होगी और यात्रा के दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक और थर्माकोल के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. प्रमुख सचिव शहरी विकास अमृत अभिजात ने कहा, कांवड़ यात्रा को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त रखा जाएगा. सिंगल यूज प्लास्टिक के साथ-साथ थर्माकोल के उपयोग पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा. स्वच्छता अभियान चलाया जाए और रास्ते में पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी।

 

 

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