भारतीय रीति-रिवाज से विदेशी जोड़े ने रचाई शादी, 14 माह का बेटा बना साक्षी
भारतीय सभ्यता और संस्कृति किसी विदेशी को इतना भा गई कि उसने 2 साल तक शादी के लिए इंतजार किया। आखिरकार वो लम्हा आ गया। गंगा किनारे भगवान को साक्षी मानकर विदेशी जोड़े ने एक दूसरे को गले में वरमाला डाला और एक दूसरे के ही गए। 3 घंटे के वैवाहिक कार्यक्रम में हरेक रीति रिवाज का पालन किया गया जो एक भारतीय शादी में होती है।
काशी से है पुराना रिश्ता-
#वाराणसी : काशी में विदेशी जोड़े ने रचाई शादी, भारतीय रीति रिवाज से निभाई साथ जीने मरने की कसमें#Varanasi pic.twitter.com/xL95nDlhrW
— Journalist Cafe (@journalist_cafe) December 13, 2019
वाराणसी के शिवाला इलाके में सूर्योदय हवेली में रेयूनियाँ के लोद्रियाँ और फ्रांस की मारिन ने एक दूसरे के साथ भारतीय परंपरा के अनुसार शादी की। लोद्रियाँ ने बताया कि 5 सालों से वे मारिन के साथ प्रेम संबंध में थे और लगभग 5 बार भारत आ चुके हैं। लेकिन काशी में घूमने आए तो यहां की सभ्यता संस्कृति और यहां का अंदाज काफी पसंद आया। तभी से दोनों ने काशी में विवाह करने की योजना बनाई थी। दोनों ने काशी में विवाह किया।
भारतीय परंपरा का मुरीद है जोड़ा-
लोद्रियाँ रेयूनियाँ के रहने वाले हैं जहां काफी संख्या में भारतीय रहते हैं और वहां काली पूजा शिव पूजा भी की जाती है। ये सारी खूबियां देखने के बाद जब वो भारत आये तो यहां की संस्कृति ने उनका मन मोह लिया खासकर काशी में आकर वो काफी प्रभावित हुए और फिर यहीं पर शादी करने की ठानी।
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