फतेहपुर: रिटायर्ड रेलवेकर्मी अब्दुल जमील ने अपनाया हिंदू धर्म, मुस्लिम होकर करते थे भगवान राम और हनुमान की पूजा
यूपी के फतेहपुर जिले में 65 वर्षीय अब्दुल जमील नाम के एक बुजुर्ग व्यक्ति ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया है. इस्लाम धर्म छोड़ने के बाद अब्दुल जमील का नया नाम श्रवण कुमार रखा गया है. अखिल भारतीय हिंदू महासभा की देखरेख में फतेहपुर के पटेल नगर स्थित हनुमान मंदिर में हवन-पूजन के साथ अब्दुल जमील की घर वापसी कराई गई.
आचार्य पंडित रामलला मिश्रा ने शुद्ध बुद्धि हवन यज्ञ के साथ अब्दुल जमील को सनातन धर्म में शामिल किया. इस दौरान मंदिर में मौजूद पंडितों ने फूलमाला पहनकर उनका स्वागत किया.
श्रवण कुमार बने अब्दुल जमील ने बताया कि उन्होंने स्वेच्छा और अंतर्मन से हिंदू धर्म स्वीकार किया है. हिंदू धर्म में शामिल होने के लिए वो अखिल भारत हिंदू महासभा के महामंत्री मनोज त्रिवेदी से मिले थे और धर्म के प्रति अपनी आस्था प्रकट की थी.
वह काफी दिनों से हनुमान मंदिर आते-जाते थे और करीब तीन महीने से भगवान राम और हनुमान जी की प्रार्थना करते आ रहे हैं.
यूपी के फतेहपुर जिले के अब्दुल जमील ने अपनाया हिंदू धर्म
शहर के पटेल नगर स्थित हनुमान मंदिर में हवन-पूजन के साथ श्रवण कुमार की हुई घर वापसी
हिंदू बनने से पहले करते थे भगवान राम की पूजा
हाथरस के रहने वाले है अब्दुल जमील
फतेहपुर के देवीगंज में है ससुराल@ippatel #fatehpur pic.twitter.com/dAuSBA7yM7
— Shreyash Tiwari 🇮🇳 (@tiwarishreyash0) July 22, 2022
अब्दुल जमील (अब श्रवण कुमार) यूपी के हाथरस जिले के साईदा बाग़ का रहने वाले हैं. वर्षों पहले उन्हें नौकरी के सिलसिले में फतेहपुर आना पड़ा था, जहां उनकी शादी शहर के देवीगंज मोहल्ले में हो गई थी. उसके बाद उन्होंने रेलवे में मुख्य आरक्षण पर्वेक्षक के पद पर फतेहपुर में 20 साल तक नौकरी की.
फिर उनका ट्रांसफर शिकोहाबाद हो गया. जहां उन्होंने 18 साल तक नौकरी की और फिर रिटायर हो गए. अब्दुल जमील की तीन बेटियां और एक बेटा है. उनकी पत्नी अपनी बेटियों के साथ लखनऊ में रहती है.
अब्दुल जमील के मुताबिक, वह काफी दिनों से हिंदू धर्म अपनाने की कोशिश कर रहे थे और अंतरात्मा की आवाज सुनकर हिंदू धर्म अपनाया है. हिंदू धर्म अपनाने की बात की भनक जब कट्टरपंथियों को लगी तो उन्हें काफी विरोध का भी सामना करना पड़ा. कट्टरपंथियों ने उन्हें तरह-तरह की यातनाएं देकर प्रताड़ित भी किया.
इसके बावजूद भी उन्होंने अपने मनोबल और आत्मविश्वास को नही टूटने दिया और शुक्रवार को फतेहपुर शहर के हनुमान मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन-पूजन कर उन्होंने हिंदू धर्म अपना लिया.