वाराणसी में बौखलाये किसान, कहा-सासंद की गरिमा को कलंकित कर रही कंगना रणावत
लोकसभा से त्यागपत्र ले भाजपा, वर्ना परिणाम भुगतने को रहे तैयार
दिल्ली किसान अंदोलन पर भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रणावत के किसानों क खिलाफ अपमानजनक बयान से वाराणसी के किसानों में गहरा रोष है. इससे नाराज किसानों ने सामेवार को बैरवन मोहनसराय से सायं 4 बजे आक्रोश मार्च निकाला. इस दौरान किसानों ने भाजपा और कंगना रणावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कंगना के खिलाफ विरोध में महिला किसान भी शामिल थीं.
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आक्रोश मार्च किसान संघर्ष समिति के बैनर तले निकाला गया. विरोध प्रदर्शन के दौरान सभा में किसान नेता विनय शंकर राय ने कहा कि अन्नदाता के हक के लिये दिल्ली किसान अंदोलन के संदर्भ में कंगना की बार बार टिप्पणी यह सिद्ध कर रही है कि वे देश के पालनहार ‘अन्नदाता‘ को या तो मजाक में ले रही हैं या वे मानसिक बिमारी की शिकार होकर पागलपन के तरफ बढ़ रही हैं.
आने वाले समय में किसान भाजपा का इलाज कर देगें
कहाकि दोनो स्थितियों में उनका सांसद बने रहना लोकसभा की गरिमा के विपरीत है. इसलिये भाजपा उनका लोकसभा से त्यागपत्र लेकर मानसिक चिकित्सालय में भर्ती कराकर इलाज कराये. अन्यथा देश के किसान भाजपा का इलाज आने वाले समय में कर देगें. उन्होंने कहाकि कृषि प्रधान देश में किसान का अपमान राष्ट्र का अपमान है. महिला किसानों ने कहाकि किसान अंग प्रदर्शन कर नही मेहनत, मजदूरी कर अपना घर चलाता है. यह वही किसान है जिसने कोरौना जैसी महामारी में देश को अन्न दिया. कंगना भी यदि खाना खाती होगी तो वह अन्न उसी किसान का उगाया हुआ है जिसका वह अपमान करने की कोशिश कर रही है. ऐसी महिला को ऐसा बयान देते समय शर्म आनी चाहिए.
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मार्च में यह रहे शामिल
आक्रोश मार्च में प्रमुख रूप से कृष्ण प्रसाद पटेल, अमलेश पटेल, प्रेम शाह, विजय नारायण वर्मा, मेवा पटेल, हृदय नारायण उपाध्याय, उदय प्रताप पटेल, जगमन्नी देवी, विजय गुप्ता, रमेश पटेल, अंशु उपाध्याय, छन्नी देवी, सुनीता देवी, अर्चना पटेल, निर्मला देवी, दुलारी, चमेली देवी, मनभावती देवी सहित इत्यादि किसान शामिल थे।