पीएम के संसदीय क्षेत्र में मुआवजा मांगनेवाले किसान जेल भेजे जा रहे-अजय राय
पिंडरा तहसील में काशी द्वार के खिलाफ आंदोलन करनेवाले किसानों से जेल में मिले प्रदेश अध्यक्ष
पिंडरा तहसील में काशी द्वार के खिलाफ आंदोलन के दौरान गिरफ्तार कर जेल भेजे गये किसानों से मिलने मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय और संगठन के लोग जिला जेल पहुंचे. उन्होंने किसानों से मुलाकात की. उनकी मांगों को जायज बताते हुए कहाकि वह उनके साथ हर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.
Also Read: ”अब प्रसार भारती नहीं, प्रचार भारती है”
प्रदेश अध्यक्ष ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी वाराणसी में बिना मुआवजा जमीन छीनकर हमारे किसान भाइयों के परिवार को उजाड़ने का कार्य कर रहे हैं. सही मायने में जिस जमीन पर किसानों की गृहस्थी है, घर परिवार चल रहा, उनका भरण-पोषण हो रहा है. अगर वह जमीन बिना मुआवजे के चली गयी तो निश्चित रूप से परिवार उजड़ जाएंगे.
शासन के दबाव में किसानों को भेजा गया जेल
उन्होंने कहाकि किसान अपनी उपजाऊ जमीन के मुआवजे की मांग की खातिर आंदोलनरत हैं. उन्होंने कहाकि पिंडरा तहसील में काशी द्वार के विरूद्ध किसानों द्वारा चल रहे आंदोलन में आंदोलनरत व धरनारत किसानो को शासन के दबाव में जेल भेजा गया. यह बेहद निंदनीय है. किसानों के प्रति बीजेपी का यह संवेदनहीन रवैया कोई नया है. पिछले 10 वर्षों से किसानों पर जुल्मोसितम हो रहे हैं. किसान काशी द्वार में सरकार जो जमीन ले रही है उसका मुआवजा मांग रहे हैं. पर किसान विरोधी सरकार ने मुआवजे के बदले जेल भेजना उचित समझा. उसी जमीन से किसान अपना जीवन यापन करते है. पीएम के संसदीय क्षेत्र के किसान अपना हक मांगने के ‘अपराध‘ में जेल भेजे जा रहे हैं. इसलिए केंद्र और प्रदेश सरकार किसान विरोधी है. किसानों से मिलनेवालों में प्रदेश अध्यक्ष के साथ राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेन्द्र चौबे, फ़साहत हुसैन, दिलीप चौबे, राजीव राम, हसन मेंहदी कब्बन, रोहित दुबे, पीयूष श्रीवास्तव, सैय्यद आदिल, विनीत चौबे, बृजेश कुमार जैशल, किशोरी लाल कन्नोजिया, अनुज यादव, शाश्वत चौबे, श्याम बाबू सिंह, रतन सेठ, लक्ष्मी कान्त, रविन्द्र मेहता, गिरीश चौहान, वसीम खां, महमूद खां, गुड्डू अंसारी, राकेश राही, रोहित राही, मो. इमरान, राकेश मेहता आदि रहे.